लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को जारी की एडवाइजरी, सार्वजनिक बयान देते समय ज्यादा सतर्क रहने की दी सलाह
- चुनाव आयोग की राहुल गांधी को सलाह
- सार्वजनिक बयान देते समय सतर्कता बरतने की दी सलाह
- राहुल ने पीएम मोदी के लिए किया था पनौती और जेबकतरे जैसे शब्दों का इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव होने में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है। ऐसे में इस चुनावी महामुकाबले के लिए सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस समय अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं जो कि मध्यप्रदेश से गुजर रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को एडवाइजरी जारी की है। आयोग ने कांग्रेस नेता को सार्वजनिक बयान देने समय सतर्कता बरतने को कहा है। बता दें कि बीते कुछ समय में राहुल ने पीएम मोदी और अन्य बीजेपी नेताओं के लिए पनौती और जेबकतरे जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था। जिसको लेकर चुनाव आयोग ने राहुल को नोटिस भी जारी किया था।
राहुल को इस बयान पर मिला था नोटिस
पिछले साल नवंबर में राहुल ने राजस्थान में बाड़मेर के बायतु और उदयपुर के वल्लभनगर में आयोजित चुनावी सभा में भारतीय क्रिकेट टीम की वर्ल्डकप फाइनल में मिली हार से पीएम मोदी को जोड़ते हुए कहा था, "पीएम मतलब-पनौती मोदी। अच्छा खासा लड़के वर्ल्ड कप जीत रहे थे, यह अलग बात है हरवा दिया।" उनके इस बयान को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना था। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने भी इस मामले चुनाव आयोग को नोटिस देते हुए इस मामले में की गई कार्रवाई के बारे में पूछा था। आयोग द्वारा राहुल को दी गई सलाह, कोर्ट के निर्देश के बाद ही आई है।
हाईकोर्ट ने इन टिप्पणियों पर कहा था कि नवंबर 2023 में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता का दिया गया बयान ठीक नहीं था। इस दौरान कोर्ट ने चुनाव आयोग से राहुल को जारी किए गए नोटिस पर फैसला लेने के लिए भी कहा था।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्र के हवाले से बताया कि 21 दिसंबर 2023 के दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश और राहुल गांधी के जवाब सहित पीएम के खिलाफ कुछ टिप्पणियों से संबंधित सभी तथ्यों पर विचार करने के बाद, भारत के चुनाव आयोग ने सलाह दी है कांग्रेस नेता भविष्य में अधिक सावधान और सतर्क रहें।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक आयोग ने एक मार्च को सभी दलों को दी गई अपनी सलाह दोहराते हुए कहा कि चुनाव प्रचार के समय कांग्रेस नेता को इसका गंभीरता से पालन करना चाहिए। बता दें कि शुक्रवार 1 मार्च को चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को आदर्श आचार संहिता को लेकर चेतावनी जारी की थी। जिसमें कहा गया था कि लोकसभा चुनाव के दौरान सभी दल सार्वजनिक प्रचार में मर्यादा बनाए रखें।