लोकसभा चुनाव 2024: गठबंधन टूटने के तीन दिन बाद मनोहर लाल खट्टर से मिले दुष्यंत चौटाला, जेजेपी सुप्रीमों ने बताई वजह
- मनोहर लाल खट्टर से मिले जेजेपी सुप्रीमों
- गठबंधन टूटने के बाद दोनों के बीच पहली मुलाकात
- दुष्यंत चौटाला ने बताई मिलने की वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा में 12 मार्च को बीजेपी और जेजेपी(जननायक जनता पार्टी) के बीच चार साल पुराना गठबंधन टूट गया था। इसके तीन दिन बाद ही हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बारे में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, 'मेरा 4.5 साल का अनुभव काफी अच्छा रहा। अगर कोई दिक्कत थी तो हमने हरियाणा सरकार के हित में फैसले लिए, लेकिन कभी झगड़ा नहीं हुआ।'
मनोहर लाल खट्टर के बारे में बात करते हुए जेजेपी सुप्रीमों ने कहा, 'अब न वह उस पद पर हैं और न मैं हूं। उम्र के हिसाब से भी वह मुझसे काफी बड़े हैं। मैंने इस गठबंधन को अच्छी तरह से जारी रखने के लिए मनोहर लाल खट्टर को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस अलायंस को चलाने के लिए काफी मेहनत की।' उन्होंने कहा कि बीजेपी और हमारे गठबंधन ने हरियाणा के हित के लिए कई बड़े फैसले लिए।
वहीं, गठबंधन टूटने पर चौटाला ने कहा कि यह बात पहले से सब कहते थे कि गठबंधन टूटेगा, लेकिन वो कहते थे कि जब गठबंधन टूटेगा किसी को इसकी खबर तक नहीं लगेगी। लोग इस बात की चर्चा करते हैं कि हम मैदान में उतरेंगे तो किसी एक को लाभ मिलेगा और किसी का नुकसान होगा।
बता दें कि बीते मंगलवार को हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच गठबंधन टूट गया। दोनों दलों में टूट की वजह लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे पर सहमति न बन पाना है। जेजेपी जहां राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से दो पर अपने उम्मीदवार उतारना चाह रही थी वहीं बीजेपी की इच्छा सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की थी। गठबंधन टूटने वाले दिन ही सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने मंत्रियों के साथ इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बीजेपी ने निर्दलीय विधायक और अन्य दलों के सहयोग से दोबारा अपनी सरकार बनाई और नायब सैनी राज्य के नए सीएम बने।
सीएम पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद मनोहर लाल खट्टर ने विधायक के पद से भी इस्तीफा दे दिया। फिर गुरुवार को जारी बीजेपी की दूसरी सूची में खट्टर को करनाल सीट लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया गया।