महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: MVA में शिवसेना और एनसीपी के सीट शेयरिंग से कांग्रेस नाखुश, क्या चुनाव से पहले गठबंधन में पड़ रही दरार?
- महाराष्ट्र में अक्टूबर-नवंबर के मध्य में विधानसभा चुनाव
- एमवीए में सीट शेयरिंग पर घटक दलों में खींचतान शूरू
- सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस में नाराजगी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में इस साल के अंत से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, इससे पहले पक्ष के महाविकास अघाड़ी के घटकों दल में खींचातानी शुरू हो गई। दरअसल, उद्धव ठाकरे की शिवसेना मुंबई की 36 विधानसभा सीटों में से 21 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर रही हैं। जिसके लिए शिवसेना (यूबीटी) जोरों शोरों से तैयारियों में जुट गई है।MVA में शिवसेना और एनसीपी के सीट शेयरिंग से कांग्रेस नाखुश, क्या चुनाव से पहले गठबंधन में पड़ रही दरार?
एमवीए में सीट शेयरिंग पर तनातनी
हालांकि, शरद पवार की एनसीपी 7 सीटों की मांग कर रही है। इसके बाद कांग्रेस के पाले में महज आठ सीटें ही बच रही हैं। इसे लेकर कांग्रेस में नाराज दिखाई दे रही हैं। सूत्रों के मानें तो एनसीपी (शरद गुट) ने मुंबई की अंधेरी वेस्ट, वर्सोवा, कुर्ला, अणुशक्ति नगर, दहिसर, घाटकोपर ईस्ट और घाटकोपर वेस्ट सीट की मांग की है।
बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अक्टूबर से नवंबर के बीच में हो सकते हैं। इससे पहले राज्य की हर राजनीतिक दल ने रणनीति समेत पर काम करना शुरू कर दिया है। एक तरफ जहां महाविकास अघाड़ी दल (एमवीए) के घटक दलों में सीट शेयरिंग और सीएम फेस पर तनातनी चल रही है। तो वहीं, दूसरी ओर महाराष्ट्र की सत्ता में एमवी के नेता सत्ता में वापसी का दावा ठोक रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कही ये बात
एमवीए में सीट शेयरिंग के लेकर चल रही खींचतान के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता बालासाहेब थोराट ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की 288 में से एमवीए 180 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी। कांग्रेस नेता ने कहा, "एमवीए में 125 सीट पर आम सहमति बन गई है और बाकी सीट को लेकर बातचीत जारी है।" गौरतलब है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SP) शामिल हैं।
इस साल के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की सर्वाधिक सीटों पर एमवीए जीत हासिल करने में कामयाब रही। राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से एमवी के घटक दलों ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि, सत्ताधारी महायुति गठबंधन के पाले में केवल 17 सीटें ही आई। इसके अलावा बची 1 कसीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की। हालांकि, बाद में निर्दलीय ने कांग्रेस को अपना समर्थन दिया था।