चौटाला की सीट पर किचकिच, निर्दलियों से मुलाकात- क्या इशारा कर रहे हैं बीजेपी के ये कदम?
- हरियाणा में जेजेपी और बीजेपी में दरार!
- बीजेपी और जेजेपी एक साथ- चौटाला
- 'उचाना' विधानसभा सीट पर खींचतान
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा में इन दिनों सियासी तूफान आया हुआ है लेकिन इस बवंडर को शांत करने का काम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जननायक जनशक्ति पार्टी (जेजेपी) के सुप्रीमो दुष्यंत चौटाल के एक बयान ने किया है। दरअसल, कुछ दिनों से भाजपा और जेजेपी में मन मुटाव की खबरें आ रही थी। जिस पर अब पहली बार दुष्यंत चौटाला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। चौटाला ने साफ कहा है कि प्रदेश में दोनों पार्टियों के बीच सामान्य स्थिति है। किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है और आगे मिल जुलकर सरकार ऐसे ही शांतिपूर्वक चलती रहेगी।
बता दें कि, हाल ही में बीजेपी नेता और हरियाणा के प्रभारी बिप्लब देव ने 'उचाना' विधानसभा सीट को लेकर बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि, इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता चुनाव जीतेंगी। जिसके बाद से ही दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच बयानबाजी होने लगी थी। यह बयानबाजी इतनी बढ़ी की, अंदेशा लगाए जाने लगा कि शायद जेजेपी और बीजेपी के रास्ते अब अलग होने वाले हैं। लेकिन इस बीच जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला का बयान आना कि गठबंधन में सब कुछ अच्छा है, जो तमाम अटकलों पर विराम लगाने का काम कर रहा है।
गठबंधन पर क्या बोले चौटाला?
बीजेपी और जेजेपी के भविष्य पर पहली बार बात करते हुए चौटाल ने कहा कि, आज से नहीं करीब तीन सालों से हमारे गठबंधन को लेकर कहा जा रहा है कि अलग होने वाले हैं। लेकिन हम बिना किसी मतभेद के सरकार चला रहे हैं। वहीं जो लोग कह रहे हैं कि गठबंधन टूटने वाला है हम उन्हें बता देना चाहते हैं कि हमारा गठबंधन मजबूत है इसमें किसी तरह का दरार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि, गठबंधन टूटने की संभावना नहीं है क्योंकि दोनों पार्टियों के बीच एलायंस केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुआ है। इसमें न ही किसी तरह की कोई मजबूरी है न ही किसी तरह का कोई स्वार्थ, हम आगे सरकार बिना किसी मतभेद से यूं चलाते रहेंगे।
दुष्यंत चौटाल यहीं नहीं रुके उन्होंने आगामी चुनाव को लेकर भी कहा कि प्रदेश के चुनाव और आम चुनाव में दोनों पार्टियां साथ में गठबंधन कर चुनाव लड़ सकती हैं। अगर किसी तरह का कोई मन मुटाव भविष्य में आता है तो इस पर हम कुछ कह नहीं सकते हैं। चौटाला ने कहा कि, अगर कभी ऐसी परिस्थिति आती भी है तो खुशी-खुशी अलग हो जाएंगे।
कहां से उठी 'आग'
दरअसल, इस बात की हवा तब उठी जब बीजेपी प्रभारी बिप्लब देव ने यह दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में 'उचाना' सीट से प्रेम लता को खड़ा किया जाएगा। जिसमें वो प्रचंड जीत हासिल आसानी से कर जाएंगी। जिस पर दुष्यंत चौटाला ने जवाब देते हुए कहा था कि, जिनके पेट में दर्द हो रहा है उनके लिए दवा नहीं बन सकते हैं। बता दें कि, उचाना विधानसभा सीट से खुद दुष्यंत चौटाल विधायक हैं। साल 2019 के विधानसभा सीट से दुष्यंत चौटाला के सामने बीजेपी ने प्रेम लता को मैदान में उतारा था लेकिन चौटाला ने उन्हें अच्छे खासे वोट से मात दी थी। लेकिन इस बार परिस्थिति अलग है क्योंकि चौटाला अब बीजेपी के साथ है। इसलिए इस सीट पर पेंच फंसा हुआ है। वहीं देव के बयान पर दुष्यंत ने इस सीट को अपना कर्मभूमि बताया था और कहा था कि आने वाले चुनाव में एक बार फिर से वो इस विधानसभा सीट से खड़े होंगे।
निर्दलीय विधायकों से देव की मुलाकात
'उचाना' सीट पर चल रही गतिरोध के बीच हरियाणा के बीजेपी प्रभारी बिप्लव देव से गुरुवार को चार निर्दलीय विधायकों ने मुलाकात की थी। जिसके बाद से ही गठबंधन में गांठ पड़ने की बात कही जा रही थी। देव से धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान ने मुलाकात की थी। चारों विधायकों ने पीएम मोदी के नेतृत्व में अपना विश्वास जताया था।