झारखंड सियासत: चंपई सोरेन की मुश्किलें बरकरार, मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने के चलते 12 कांग्रेस विधायक दिल्ली हुए रवाना

  • चंपई सोरेन की मुश्किलें बरकरार
  • कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज है कांग्रेस विधायक
  • कांग्रेस के कई विधायक दिल्ली हुए रवाना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-17 17:32 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। झारखंड के चंपई सोरेन सरकार को लगातार मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में राज्य में चंपई कैबिनेट का विस्तार हुआ। जिसको लेकर कांग्रेस के 12 और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के एक विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। कांग्रेस के सभी विधायक दिल्ली पहुंचने वाले हैं। यहां वे कांग्रेस के आलाकमान से मुलाकात करेंगे।

गौरतलब है कि, झारखंड में शुक्रवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। जिसमें कांग्रेस के चार विधायकों को कैबिनेट में जगह मिली। हालांकि, नाराज विधयाकों ने मंत्रिमंडल में नए चेहरों को लेकर मांग की है। उनका कहना है कि कैबिनेट में नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। नाराज कांग्रेस विधायक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से दिल्ली में इसी मसले को लेकर मुलाकात करने वाले हैं। माना जा रहा है कि ये सभी जयपुर में भी कैंप कर सकते हैं। साथ ही, झारखंड बजट सत्र से भी ये सभी विधायक दूरी बना सकते हैं।

बता दें कि, चंपई सोरेन की कैबिनेट में कांग्रेस के आलामगीर आलम, बादल पत्रलेखा, रामेश्वर उरांव और बन्ना गुप्ता को शामिल किया गया है। ये चारों विधायक पहले भी हेमंत सोरेन सरकार में मंत्रिमंडल का हिस्सा थे। नाराज विधायकों का कहना है कि जिन मंत्रियों को कैबिनेट में दोबारा जगह मिली है, उनसे आम जनता परेशान है। इन 12 विधायकों ने नए चेहरे को मंत्री बनाने को लेकर मांग की है। यह शिकायत अब कांग्रेस आलाकमान तक पहुंच गया है। जानकारी के मुताबिक, सही समय पर चंपई सोरेन की कैबिनेट विस्तार नहीं होने की सबसे बड़ी वजह विधायकों के बीच सहमति नहीं बन पाना भी था। 

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