नया मोड़: राजस्थान में बसपा के पास बदला लेने का मौका? हंग असेंबली बनने के आसार दिखे तो मायावती ने रख दी बड़ी शर्त
- बसपा नेता ने राजस्थान में 6 सीटें जीतने का किया दावा
- 3 दिसंबर को आएंगे चुनावी नतीजे
- बसपा के पास बदला लेने का मौका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर जारी हुए एग्जिट पोल से प्रदेश की सियासत में गहमागहमी तेज हो गई है। ज्यादातर एग्जिट पोल के मुताबिक, राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है और निर्दलीय विधायक अहम भूमिका निभा सकते हैं। एग्जिट पोल से मिल रहे संकेत को देखते हुए जहां बीजेपी और कांग्रेस निर्दलीय नेताओं और बागी नेताओं के मनाने में जुट गई है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी की राज्य इकाई ने बड़ा ऐलान कर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है।
बसपा की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने अपने एक बयान में कहा कि राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ा है। इस बार राज्य में पार्टी के 6 प्रत्याशी चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचेंगे। साथ ही, बसपा नेता भगवान सिंह ने यह भी साफ कर दिया है कि इस बार वह साल 2008 और 2018 के चुनाव की गलती को नहीं दोहराएंगी। वहीं, बसपा नेता ने कांग्रेस पर विधायकों को तोड़ने और खरीदने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने स्पष्ट किया है कि इस बार हम बिना शर्त किसी भी पार्टी को समर्थन नहीं देंगे। अगर हमारे जीते हुए प्रत्याशियों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी तभी वह किसी भी दल को सहयोग करेंगे।
बसपा के पास बदला लेने का मौका?
अपने बयान के दौरान भगवान सिंह ने कांग्रेस के अलावा किसी अन्य पार्टी का नाम नहीं लिया। लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर उन्हें कांग्रेस से बदला लेने का मौका मिलेगा तो उनकी पार्टी बीजेपी के साथ चली जाएगी। गौरतलब है कि 2018 में बसपा के 6 प्रत्याशी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। तब मायावती ने कांग्रेस को समर्थन दिया था। इसके बाद सभी विधायकों को गहलोत ने अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था।
चुनावी नतीजे से पहले बीजेपी और कांग्रेस को बसपा से थोड़ी राहत जरूर मिली होगी। लेकिन, बसपा का शर्त के साथ समर्थन देने की बात ने दोनों पार्टियों की टेंशन को बढ़ा दिया है। अब देखना होगा कि 3 दिसंबर को चुनावी नतीजे आने के बाद राजस्थान सियासत की ऊंट अब किस करवट बैठेंगी। हालांकि, राजस्थान में विस चुनाव के लिए किसी भी एग्जिट पोल ने बसपा को एक भी सीट मिलने का अनुमान नहीं जताया है।