हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: क्या हरियाणा जीत की खातिर परिवारवाद से समझौता करने को तैयार बीजेपी? सीट टू सीट मार्किंग के साथ ये होगी रणनीति!
- हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज
- राजनीतिक गलियारों में बढ़ी हलचल
- बीजेपी ने बदली रणनीति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। सभी दल अपने उम्मीदवार का चयन करने में जुटे हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को मद्देनजर रखते हुए राजनीतिक दल हरियाणा विधानसभा चुनाव की रणनीति बना रहे हैं। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की चुनावी तैयारियां तेज हो गई है। भाजपा ने ओपी धनखड़ की अगुवाई में मेनिफेस्टो कमेटी बना ली है। साथ ही, चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बीजेपी लोकसभा चुनाव में 5 सीटें हारने के बाद बेहतर रणनीति के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है।
रणनीति में बदलाव
आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वंशवाद और जातिवाद के हमेश खिलाफ में ही बोलते हुए नजर आते हैं। पीएम इसको दीमक बताते हैं। हाल ही में 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने वंशवाद पर निशाना साधा था। एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाने का आह्वान किया था जिनके परिवार का राजनीति से कभी कोई नाता नहीं रहा है। हालांकि, हरियाणा में 1 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने इस स्टैंड को बदल भी सकती है। बता दें, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी बेटी आरती राव, सांसद धर्मवीर ने अपने भाई या बेटे, कृष्णपाल गुर्जर ने अपने बेटे, रमेश कौशिक अपने भाई और कुलदीप बिश्नोई ने अपने बेटे के लिए टिकट मांगा है। इतना ही नहीं बल्कि, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने भी अपने भतीजे के लिए टिकट की मांग की है।
सीट टू सीट मार्किंग करने में जुटी BJP
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी इस बार सीट टू सीट मार्किंग करने की तैयारी में है। बीजेपी हर एक सीट के लिए जिताऊ कैंडिडेट का चयन करने में जुटी है। इस बात पर भी फोकस किया जा रहा है कि प्रचार-प्रसार किस तरह से किया जाना चाहिए। साथ ही, कैसे प्रचार के लिए अधिक समय मिल सकता है। ऐसे में पार्टी अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा जल्द कर सकती है।
मेनिफेस्टो की थीम में बदलाव
इस बार हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की मेनिफेस्टो थीम किसान और गरीब होगी। मालूम हो कि, पिछले चुनाव में भाजपा की मेनिफेस्टो थीम “हम सबका खयाल रखते हैंष हम योजनाओं को लटकाते, भटकाते, अटाते नहीं हैं” थी। बीजेपी मेनिफेस्टो कमेटी प्रमुख OP धनखड़ ने बताया कि इस बार की मेनिफेस्टो थीम किसान और गरीब को समर्पित होगी। अब देखना यह है कि 4 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद किस पार्टी की किस्मत चमकती है।