जाति पर सियासत: राहुल के दावे पर बीजेपी का पलटवार, सीएम बनने से पहले ओबीसी में शामिल हो गई थी मोदी की जाति
- पीएम की जाति पर गरमाई देश की सियासत
- राहुल के दावे पर बीजेपी ने किया पलटवार
- केंद्रीय मंत्री ने की गजट की कॉपी शेयर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पीएम मोदी को कागजी ओबीसी बताए जाने के बाद सियासत गरमा गई है। अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कागजी ओबीसी हैं। जिस पर बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी ने एक दस्तावेज पेश किया है जिसमें पीएम की जाति अधिसूचित है।
क्या है मामला?
दरअसल, राहुल गांधी ने दावे करते हुए कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ओबीसी नहीं बल्कि तेली जाति में पैदा हुए थे। इस समुदाय को बीजेपी ने साल 2000 में ओबीसी का टैग दिया था। इससे पहले ये जाति सामन्य कैटेगरी में आती थी। उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी जो कि जनरल कास्ट में पैदा हुए थे, वो अपने पूरे जीवन में जाति जनगणना नहीं होने देंगे, क्योंकि वह ओबीसी में पैदा नहीं हुए।
राहुल के इस दावे पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता पर ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर कहा, "राहुल गांधी को झूठ बोलने की आदत हो गई। उन्होंने एक बार झूठ बोलते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का जन्म ओबीसी जाति में नहीं हुआ था।"
रेड्डी ने आगे कहा, "पीएम मोदी की जाति (तेली) को 27 अक्टूबर 1999 को ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया गया था, जबकि पीएम मोदी उसके 2 साल बाद गुजरात के मुख्यमंत्री बने।" इसके साथ उन्होंने एक गैजेट की कॉपी शेयर भी की।
मेरे सच पर मुहर लगाने के लिए धन्यवाद - राहुल गांधी
किशन रेड्डी के इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल ने कहा, "मोदी जी जन्म से नहीं, बल्कि कागजी ओबीसी हैं। वह अपने जन्म के 5 दशक बाद तक ओबीसी नहीं थे। मेरे इस सच पर मुहर लगाने के लिए बीजेपी सरकार का धन्यवाद।"
जिसको अपना गोत्र नहीं पता वो जाति का सर्टिफिकेट दे रहा
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की जाति को उनके गुजरात का सीएम बनने से 2 साल पहले ओबीसी के रूप में अधिसूचित किया गया था। बीजेपी नेता ने कहा, 'जिस व्यक्ति को अपना गोत्र तक नहीं पता, वो आज एक गरीब परिवार और तेली समाज में जन्मे प्रधानमंत्री को OBC सर्टिफिकेट दे रहा है!. यह सामाजिक तौर पर पिछड़े सभी लोगों का अपमान नहीं तो और क्या है?'