मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023: कटनी में बागियों के निष्कासन पर भाजपा तथा कांग्रेस आमने-सामने
17 नवंबर को मध्य प्रदेश में होंगे विधानसभा चुनाव
डिजिटल डेस्क, कटनी। बगावत कर चुनाव के मैदान में ताल ठोंक रहे अपने 40 नेताओं पर प्रदेश कांग्रेस ने निष्कासन की कार्यवाही की है। इसमें कटनी के भी दो नेता कटनी नगर निगम में वार्ड नम्बर के भाजपा पार्षद एवं एमआईसी सदस्य संतोष शुक्ला तथा बहोरीबंद के शंकर महतो भी शामिल हैं। इन दोनों के निष्कासन को लेकर यहां भाजपा तथा कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। जिला भाजपा ने इन्हें अपना कार्यकर्ता बताते हुए सवाल पूछा है कि, हमारे कार्यकर्ता का कांग्रेस कैसे निष्कासन कर सकती है? उधर जिला कांग्रेस इन दोनों नेताओं की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ मुलाकात और कांग्रेस की सदस्यता के फोटो शेयर करते हुए यह बतानाशुरू कर दिया है कि, जिनको निष्कासित किया गया है वे कांग्रेस के थे।
सबसे ज्यादा बवाल नगरनिगम में मेयर इन काउंसिल के मेम्बर संतोष शुक्ला के निष्कासन को लेकर मचा हुआ है। भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपक टंडन सोनी ने कहा किसंतोष शुक्ला के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव प्रदेश प्रदेश संगठन को भेजा है। यदि कांग्रेस ने उन्हे निष्कासित किया तो इससे बड़ी हास्यास्पद बात क्या हो सकती है। श्री टंडन नेकहा, संतोष शुक्ला लगातार दो बार से भाजपा के पार्षद चुने जा रहे हैं। वर्तमान में एमआईसी के सदस्य भी हैं। इस समय वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं, इसीलिए इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव ऊपर भेजा गया है। इधर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विक्रम खम्परिया ने दो टूक कहा कि, संतोष शुक्ला ने दो माह पहले भोपाल जाकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी, वह तीन बार कांग्रेस से पार्षद भी रह चुके हैं।
महाकोशल के ये 7 बागी कांग्रेस से बाहर
महाकोशल से कांग्रेस ने अब तक सात बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है। जिनमें मुड़वारा (कटनी) के संतोष शुक्ला, बहोरीबंद के शंकर महतो, बरगी के जयकांत सिंह, सिहोरा के डॉ.संजीव बरकड़े, डिंडौरी के रुदेश परस्ते, बालाघाट के अजय विशाल बिसेन तथा गोटेगांव के शेखर चौधरी शामिल हैं।