लोकसभा चुनाव 2024: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका, चार बार के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी समेत कांग्रेस के तीन पूर्व विधायकों ने थामा बीजेपी का दामन
- कांग्रेस के कई दिग्गज भी बीजेपी में हुए शामिल
- कांग्रेस सरकार में कई मंत्रालयों के मंत्री रह चुके हैं
- पचौरी की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है। आम चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा। मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी आज शनिवार 9 मार्च को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। आपको बता दें सुरेश पचौरी चार बार के सांसद व कांग्रेस की सरकार में कई मंत्रालयों के केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी के साथ उनके तमाम समर्थकों ने बीजेपी का दामन थामा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी , प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, पिछली विधानसभा में इंदौर से कांग्रेस के इकलौते विधायक रहे संजय शुक्ला, पूर्व विधायक विशाल पटेल, अर्जुन पलिया, सतपाल पलिया और भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने भी बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की मध्यप्रदेश से विदाई के तीसरे दिन कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।
मध्य प्रदेश के भोपाल में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी समेत कई कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल होने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "दुर्भाग्य से कांग्रेस नेतृत्व देश की सेवा में काम करने वाले ऐसे अच्छे लोगों की अनदेखी कर रहा है। कोई भी स्वाभिमानी व्यक्ति ऐसे माहौल में काम क्यों करना चाहेगा?
कांग्रेस नेता संजय शुक्ला मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा सहित अन्य भाजपा नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली।
पचौरी के बीजेपी में शामिल होने को लेकर मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने कहा, "सुरेश पचौरी मध्य प्रदेश में कांग्रेस के राजनीति के संत हैं। ऐसे व्यक्ति का कांग्रेस में स्थान नहीं है, इसलिए उनको लगा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जाकर कुछ काम करने की जरूरत है। आज वे भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
आपका बता दें चार बार के राज्यसभा सांसद सुरेश पचौरी ने 1972 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। साल1984 में प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। वे 1984,1990, 1996 और 2002 में राज्यसभा सदस्य के तौर पर चुने गए। एक केंद्रीय राज्य मंत्री के दायित्व के रूप में पचौरी ने रक्षा, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत और पेंशन, और संसदीय मामले संभाला। वे कांग्रेस के सामाजिक संगठन सेवा दल के अध्यक्ष भी रहे।
अपने राजनीतिक करियर में सुरेश पचौरी ने केवल दो बार चुनाव लड़ा। जिनमें एक बार लोकसभा और एक बार विधानसभा का चुनाव शामिल है। दोनों ही चुनाव में पचौरी को हार का सामना करना पड़ा था। सुरैश पचौरी ने साल 1999 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की उमा भारती के सामने भोपाल लोकसभा सीट से चुनावी जंग में चुनौती दी हालांकि पचौरी इस चुनाव को डेढ़ लाख से अधिक मतों से हार गए थे। इसके बाद साल 2013 में पचौरी ने भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से दिवंगत सीएम सुंदरलाल पटवा के भतीजे सुरेंद्र पटवा के विरोध में चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भी उनको हार का सामना करना पड़ा था।