भारत रत्न सम्मान: बाल ठाकरे को मिले भारत रत्न, राज ठाकरे ने की मोदी सरकार से मांग, संजय राउत ने कही ये बात

  • राज ठाकरे ने बाला साहेब को भारत रत्न देने की उठाई मांग
  • संजय राउत ने अभी तक सम्मान न दिये जाने पर उठाए सवाल
  • लगाया नजरअंदाज करने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-09 14:54 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और देश में हरित क्रांति के जनक माने जाने वाले एमएस स्वामिनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की है। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने अपने चाचा और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को भारत रत्न देने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर शिवसेना उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने वीर सावरकर और बाला साहेब को भारत रत्न न देने पर मोदी सरकार की आलोचना की है।

राज ठाकरे ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए पीवी नरसिम्हा राव, एमएस स्वामीनाथन और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया है। उन्होंने लिखा, ''पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हराव, चौधरी चरण सिंह और भारतीय हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न सम्मान घोषित किया गया। इस सूची में शामिल एमएस स्वामीनाथन का कुछ महीने पहले ही निधन हो गया था। जिस वैज्ञानिक ने इतना कुछ हासिल किया है उसे अपने जीवनकाल में ही यह सम्मान मिलना चाहिए था। फिर भी केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने बाकी पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह और कुछ साल पहले प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देने की घोषणा करके राजनीतिक उदारता दिखाई है।''

इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार से अपने चाचा बाला साहेब ठाकरे को भारत रत्न से नवाजे जाने की मांग की। उन्होंने लिखा, ''बाला साहेब ठाकरे को भी भारत रत्न घोषित किया जाना चाहिए। देश के एक प्रमुख कार्टूनिस्ट और देशभर के समस्त हिंदुओं की अस्मिता को जागृत करने वाले अद्वितीय नेता इस सम्मान के पात्र हैं। खुद यह मेरे जैसे कई लोगों के लिए उत्साह का क्षण होगा जिन्हें बालासाहेब के विचार विरासत में मिले हैं।'' बता दें कि बीते कुछ दिनों से राज ठाकरे की पार्टी के एनडीए गठबंधन में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। 

चुनावी फायदे के लिए दिए सम्मान

शिवसेना यूबीटी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सम्मान चुनावी हलचल को देखते हुए दिये गए। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ''खुद को हिंदुत्ववादी कहने वाली मोदी सरकार एक बार फिर हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे को भूल गई है। पहले 2 और अब 3, एक महीने में 5 नेताओं को भारत रत्न से सम्मानित किया गया लेकिन न तो वीर सावरकर और न ही शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे! दरअसल नियम ये है कि एक साल में अधिकतम 3 लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है। मोदी ने एक महीने में 5 लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान किया। चुनावी हलचल और क्या?''

राउत ने आगे लिखा, ''कर्पूरी ठाकुर और लालकृष्ण आडवाणी के बाद चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। कुछ और नेताओं का इंतजार है। लेकिन श्री बालासाहेब ठाकरे को क्यों भूले? जिसने पूरे भारत को हिंदू बना दिया। जिसकी वजह से मोदी अयोध्या में राम मंदिर का जश्न मना सके।''

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