उपचुनाव 2024: यूपी में उपचुनाव की तैयारियों में जुटे सारे राजनीतिक दल, आजाद -मायावती के साथ सभी की निगाहें दलित वोटरों पर टिकी

  • लोकसभा चुनाव में साफ दिखाई दिया दलित वोट बैंक का चमत्कार
  • सपा -कांग्रेस बीजेपी भी साधने में जुटी
  • मेरा जनता के साथ गठबंधन-सांसद आजाद

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-30 10:33 GMT

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जल्द ही 10 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। सभी राजनैतिक दलों की नजर उपचुनाव पर है। हर राजनैतिक दल उपचुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। बीजेपी में तनातनी की खबरों के बीच ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों को चुनावी तैयारियों में लगा दिया है। यूपी में सत्तारूढ़ बीजेपी को लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले सीटों की संख्या कम हुई। दलित वोट बैंक का चमत्कार लोकसभा चुनाव में साफ दिखाई दिया। अब ये चमत्कार यूपी के उपचुनावों में किस कधर नजर आएंगे ये आने वाला वक्त बताएंगा।

राहुल गांधी भी एससी,एसटी और ओबीसी वोट को अपने पाले में करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ते। बीजेपी पर निशाना साधते साधते गांधी ने सीधे वोट बैंक पर आ जाते है। इसे इससे समझ सकते है, कि लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, मैं फोटो दिखाना चाहता हूं। बजट का हलवा बंट रहा है, इसमें एक ओबीसी, आदिवासी, दलित अफसर नहीं दिखाई दे रहा है। देश का हलवा खा रहे हो, और बाकी लोगों को हलवा नहीं मिल रहा है।

लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव का पीडीए फॉर्मूला सफल रहा वहीं राहुल गांधी भी जाति जनगणना, आरक्षण, संविधान के साथ उसी फॉर्मूले पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। बीएसपी और एएसपी अपने अपने रास्ते पर चलने के मूड़ में है। चंद्रशेखर आजाद दलितों, ओबीसी और मुसलमानों को साथ लेकर चल रहे है। मायावती ने आम चुनाव में दलित और मुस्लिम समीकरण से चलने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। 

बीजेपी और कांग्रेस तो अपने अपने गठबंधनों के साथ चुनाव लड़ने की फिराक में है। बीजेपी एनडीए और कांग्रेस इंडिया ब्लॉक में शामिल दलों के साथ चुनावी जंग में उतरने के मूड़ में हैं। आम चुनाव में अकेले के बलबूते पर चुनाव लड़ने वाले  आजाद समाज पार्टी कांशीराम के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद और बीएसपी चीफ मायावती दोनो ही उपचुनाव की जंग में अकेले के बूते मैदान में उतरने का मन बना चुके है। इसके लिए दोनों की ओर से घोषणा भी हो चुकी है। भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर आजाद किसी से भी राजनीतिक दल से गठबंधन करने से साफ इनकार करते हैं, नगीना से सांसद आजाद का कहना है कि मेरा गठबंधन सीधे जनता से होगा।

नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण कह रहे हैं, देश हित को ध्यान में रखते हुए हमारी पार्टी एएसपीके ने लोकसभा की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे, लेकिन उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में हम सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारेंगे। पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी उपचुनाव की तैयारी कर रही है। आपको बता दें उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव की 10 सीटों पर हम बड़ी मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।

आरक्षण को निजी क्षेत्र में लागू करने के लिए चंद्रशेखर आजाद ने लोकसभा में प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया है। इस विधेयक के जरिए आजाद ने ओबीसी, एससी,एसटी वर्ग पर फोकस किया। उपचुनाव में आजाद की पार्टी को इसका फायदा मिल सकता है। सांसद चंद्रशेखर के इस कदम से राहुल गांधी, अखिलेश यादव और मायावती को चिंता में डाल दिया है। 

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