'अखिलेश-वखिलेश': दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद सपा से बढ़ी कांग्रेस की दूरियां, कमलनाथ ने सपा प्रमुख के नाम में की हेरफेर तो बौखलाए अखिलेश!
मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस में अनबन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन में दरार की भनक सुनाई देने लगी है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन करना चाहती थी, लेकिन बात नहीं बन पाई। सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर इन दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर मामला अटक गया था। इस बीच शुक्रवार को सपा के गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, 'अरे भाई छोड़ो 'अखिलेश-वखिलेश।'
कमलनाथ अपने जिले छिंदवाड़ा पहुंचे हुए हैं। जहां उन्होंने पत्रकारों से आगामी विधानसभा चुनाव पर कहा, "माहौल बहुत अच्छा है। लोग हमें फोन कर रहे हैं और बता रहे हैं कि लोगों में उत्साह है। हम उम्मीद से भी बेहतर संख्या से जीतेंगे।" सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कांग्रेस पर 'विश्वासघात' के आरोपों पर मध्य प्रदेश के पूर्व CM और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, "अरे भाई छोड़ो अखिलेश वखिलेश।"
अखिलेश का जवाब
कमलनाथ के बयान के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "कांग्रेस को जब समर्थन की जरूरत थी उस समय समाजवादी पार्टी ने उसका समर्थन किया। जिस समय कांग्रेस के नेताओं से बात हुई उस समय मैंने कहा था कि जो हमसे सहयोग लेना चाहो ले लो, हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। उस समय रात 1 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई। बैठक के बाद हमें आश्वासन दिया गया कि विधानसभा चुनाव में हमें लगभग 6 सीटें दी जा सकती हैं लेकिन जब कांग्रेस की सूची आई तो हमारी जीती हुई सीटों पर भी उन्होंने प्रत्याशी घोषित कर दिया। मजबूरी में समाजवादियों को अपने मजबूत क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझते हुए चुनाव लड़ाना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी केवल उन्हीं सीटों पर लड़ेंगे जहां हमारा संगठन है और जहां से हम भाजपा को हराना चाहते हैं।"
अखिलेश के अगले कदम को लेकर सस्पेंस बरकरार
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने दो लिस्ट जारी कर राज्य की कुल 230 में से 229 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। प्रदेश में केवल एक सीट पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। इसी के साथ अखिलेश यादव की पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन को लेकर सभी तरह के कयास खत्म हो गए हैं। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में उन 6 सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं जहां अखिलेश यादव कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाह रहे थे।
हाल ही में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने के बाद अखिलेश यादव ने कहा, "लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन के बारे में कांग्रेस को तय करना है कि ये गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर होगा या प्रदेश स्तर पर। अगर अभी प्रदेश स्तर पर गठबंधन नहीं हुआ तो भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा।” अखिलेश के बयान पर जवाब देते हिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा, “मध्य प्रदेश का वोटर 'हाथ का पंजा' जानता है, साइकिल को नहीं। वहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही चुनावी मुकाबला होता है। सपा को तो एमपी में कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए।” ऐसे में अखिलेश यादव इस मसले को लेकर आगे क्या कदम उठाएंगे यह देखने वाली बात होगी।