लोकसभा चुनाव 2024: लालू यादव के दामाद नहीं अखिलेश यादव खुद लड़ेंगे कन्नौज से चुनाव! अटकलों के बीच क्या है बीजेपी की खुशी की वजह?
- यूपी की कन्नौज सीट से अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने की खबरें
- इस सीट पर अखिलेश अपने भतीजे प्रताप यादव को बना चुके प्रत्याशी
- भाजपा क्यों हो रही खुश
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए राजनीतिक पार्टियों चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस दौरान पार्टियों के चुनावी मैदान में उम्मीदवारों की घोषणा करने का सिलसिला भी जारी है। इस बीच खबरे हैं कि उत्तरप्रदेश की कन्नौज लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो अखिलेश यादव चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। इसे लेकर सपा सुप्रीमो की कन्नौज सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें पिछले कई दिन से लगाई जा रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अखिलेश 25 अप्रैल को नामांकन के अंतिम चुनाव के लिए अपना नाम दाखिल कर सकते हैं। यूपी की कन्नौज सीट से भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने कहा कि भाजपा चाहती है कि वह (अखिलेश यादव) कन्नौज से चुनाव लड़े।
भारत समाचार से बातचीत के दौरान भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से अखिलेश यादव को लेकर सवाल पूछा गया था। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि , "हमने तो पहले ही अखिलेश यादव जी से कहा था कि आप कन्नौज से आकर चुनाव लड़िए आपके बिना और कोई यहां कन्नौज से कोई चुनाव लड़ ही नहीं सकता है। लेकिन, वो घमंड में थे कि हम किसी को भी यहां भेज देंगे कि वो लड़ जाएगा और चुनाव जीत जाएगा।"
सुब्रत पाठक ने दिया बयान
भाजपा प्रत्याशी ने कहा, 'हमने पहले ही इनसे कह दिया था कि अगर आप सैफई से किसी को भेजेंगे तो उसकी जमानत जब्त कर ली जाएगी। इस सीट से कोई लड़ पाएगा, केवल आपके अलावा... आप यहां आइए और इस सीट से चुनाव लड़िए। मुझे इस बात की खुशी है कि अखिलेश यादव मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वह कहते थे कि इस सीट से हम किसी को भी चुनाव लड़वा सकते हैं। उनका यह घमंड अब धीरे-धीरे टूटता जा रहा है।'
सुब्रत पाठक ने कहा, 'उन्हें लगता है कि यदि कन्नौज सीट पर तेज प्रताप यादव से चुनाव लड़वाएंगे तो समाजवादी पार्टी का अंत हो जाएगा। ऐसे में सपा के 70 से 80 प्रतिशत कार्यकर्ता मेरा समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि जब अखिलेश यादव यूपी के सीएम थे। तब इन्हीं के कार्यकर्ताओं ने करोड़ो की लूट और कई दुकानें बनवाई थी। इसके बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। तब लंबे समय से सत्ता से बाहर हुई सपा के कार्यकर्ता बिक गए। वह अब निठल्ले हो चुके हैं। इसलिए उन्हें लगता है कि कन्नौज से अखिलेश यादव चुनाव लड़ेंगे तो वह जीत जाएंगे। हालांकि, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी इच्छा थी कि अखिलेश यादव यहां से चुनाव लड़ते तो लोगों के बीच इनकी पार्टी के कारनामे सामने आ जाते हैं।