AIMIM के बाद BRS पर लगा 'बी' टीम का ठप्पा! 'सामना' के जरिए सीएम केसीआर पर जमकर हुआ हमला

  • केसीआर वोट काटने के लिए आए महाराष्ट्र- 'सामना'
  • ओवैसी और केसीआर बीजेपी की 'बी' टीम- शिवसेना (यूबीटी)

Bhaskar Hindi
Update: 2023-06-28 06:06 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी बीआरएस अब प्रदेश से बाहर निकलकर दूसरे राज्यों में अपनी पैठ बनाने के लिए कमर कस चुकी है। आगामी चुनाव को मद्देनजर रखते हुए तेलंगाना के सीएम और बीआरएस प्रमुख केसीआर ने बीते दिन महाराष्ट्र के पंढरपुर पहुंचे थे। जहां उनके साथ भारी लाव लश्कर चला था। उनके काफिले में 600 गाड़ियां मौजूद थी। अब इसी मामले को लेकर शिवसेना (यूबीटी) ने अपने मुखपत्र 'सामना' में निशाना साधा है। साथ ही केसीआर को बीजेपी का 'बी' टीम बताया है। इसके अलावा 'सामना' के जरिए बीजेपी पर आरोप लगाया गया है कि ओवैसी के साथ अब केसीआर को महाराष्ट्र में भेजा गया है ताकि वोट बंटे और भगवा पार्टी को फायदा मिल सके।

'सामना' में लिखा गया है कि, भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस आगामी चुनाव में उतर कर वोटों का बंटवारा करेगी जिससे बीजेपी को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा, जो एक सोची समझी रणनीति है। 'सामना' के जरिए शिवसेना (यूबीटी) ने केसीआर से पूछा है कि कहीं ये सब कुछ अपनी बेटी के. कविता के लिए तो नहीं हो रहा है जो जांच एजेंसी की जाल में फंसी हुई हैं।

बेटी को बचाने के लिए महाराष्ट्र में एंट्री- 'सामना'

आपको बता दें कि, बीजेपी को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर आरोप लगते रहे हैं कि ये बीजेपी की 'बी' टीम हैं। जहां भी बीजेपी कमजोर दिखती है वहां ओवैसी की पार्टी चुनाव लड़ने चली जाती है जिसका परिणाम ये होता है कि वोट शेयर बंट जाते हैं और भगवा पार्टी को फायदा मिल जाता है। अब महाराष्ट्र में केसीआर की एंट्री से शिवसेना (यूबीटी) बिफर गई है और ओवैसी के बाद बीआरएस पर आरोप लगाया है कि यहां भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए राज्य में दस्तक दी है। 'सामना' में निशाना साधते हुए कहा कि, केसीआर कहीं अपनी बेटी को बचाने के लिए बीजेपी के साथ सांठगांठ तो नहीं कर लिए हैं क्योंकि दिल्ली आबकारी मामले में 'आप' की सरकार और केसीआर की बेटी के बीच कुछ लेनदेन हुआ था जिस पर केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं।

बीआरएस बीजेपी की 'बी' टीम- शिवसेना (यूबीटी)

इसके अलावा 'सामना' में आगे लिखा है कि, तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद है। साल 2019 से बीजेपी लिए ओवैसी भी वोट जुटाने में लगे हैं। जिनका मुख्यालय भी हैदराबाद में ही है। 'सामना' में ओवैसी पर निशाना साधते हुए लिखा गया है कि, बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए वो हर राज्यों में चुनाव लड़ते हैं ताकि भाजपा को कैसे फायदा पहुंचाया जा सके। लेकिन अब उनकी चाल को मुस्लिम और दलित समुदाय के लोग समझ चुके हैं। जिसकी वजह से अब बीजेपी ने केसीआर को काम पर लगा दिया है। 'सामना' में सवाल पूछा गया कि क्या केसीआर और बीआरएस बीजेपी के लिए 'बी' टी के तौर पर काम कर रहे हैं।

तेलंगाना का बदला महाराष्ट्र से लेंगे?

'सामना' में महाराष्ट्र के लोगों से सावधान रहने की बात कही गई है। मुखपत्र में लिखा है कि, बीजेपी केसीआर को प्रदेश में एंट्री करा कर चुनाव में फायदा लेना चाहती है। बीजेपी केसीआर के साथ मिलकर वोट में सेंध लगाना चाहती है ताकि पार्टी को सीधा फायदा मिले। बीजेपी और केसीआर की चाल को स्थानीय लोगों को समझना होगा। वहीं 'सामना' में दावा किया गया है कि केसीआर की पार्टी बीआरएस की जमीन तेलंगाना में खिसक रही है। जिसका बदला वो महाराष्ट्र से लेना चाहते हैं, जो देशहित में नहीं है।

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