खरगे पर बरसे कांग्रेस नेता: 'बड़े नेता को अपनी भाषा और मर्यादा का रखना चाहिए ध्यान', अपनी ही पार्टी के खिलाफ भड़के आचार्य प्रमोद कृष्णम
- कृष्णम ने अपनी पार्टी के खिलाफ खोला मोर्चा
- कृष्णम ने राहुल गांधी से मिलने का मांगा समय
- कृष्णम बीजेपी में जाने के कयास तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मल्लिकार्जुन खरगे पर जमकर तंज कसा है। कृष्णम ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से बनती है। कार्यकर्ता कर्मठ और कर्मवीर होता है। पार्टी के बड़े नेता को अपनी भाषा और मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। कार्यकर्ताओं की बुनियाद पर कांग्रेस भी खड़ी है। मगर जिस तरह की भाषा का प्रयोग हुआ, उससे न सिर्फ मुझे बल्कि तमाम कार्यकर्ताओं के मन को ठेस पहुंची है। इसके लिए उन्हें (मल्लिकार्जुन खरगे) क्षमा मांगनी चाहिए। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम का यह बयान कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बताया जा रहा है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि प्रमोद कृष्णम कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि, प्रमोद कृष्णम की तरफ से पार्टी छोड़ने की कोई औपचारिक सूचना नहीं आई है।
राहुल गांधी से मिलना चाहते थे कृष्णम
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में आचार्य प्रमोद कृष्णम राजनाथ सिंह के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर लखनऊ से उम्मीदवार थे। अपने बयान में उन्होंने राहुल गांधी का जिक्र किया। कृष्णम का कहना है कि वह पिछले एक साल से राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहें हैं। लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है। शायद मेरा संदेश उन तक नहीं पहुंचाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने मिलने का दिया समय
प्रमोद कृष्णम का कहना है कि मैंने प्रधानमंत्री कार्यालय को फोन किया था और प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। उसके ठीक चार दिन बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने मिलने का समय दे दिया। कृष्णम ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए आगे कहा कि पीएम को दैवीय शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त है। इसके आलावा 5 फरवरी को लोकसभा में दिए गए प्रधानमंत्री के भाषण की भी जमकर तारीफ करते नजर आए थे। बता दें कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रमोद कृष्णम ने 4 फरवरी को राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की।