मध्यप्रदेश एग्जिट पोल 2024: 7 सीटें बढ़ा सकती हैं भाजपा की मुश्किलें और कांग्रेस की उम्मीदें, जानिए कहां हो सकता है उलटफेर?

  • एमपी की 7 सीटों पर उलटफेर के आसार
  • भाजपा की बढ़ेगी मुश्किलें और कांग्रेस की उम्मीदें
  • जानिए इन सीटों के बारे में

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-03 13:51 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित होने है। लेकिन, इससे पहले कई एग्जिट पोल्स में भाजपा कांग्रेस को तीसरी बार पछाड़ती हुई सत्ता में आती दिख रही है। मध्यप्रदेश की बात करें तो राज्य की 90 फीसदी सीटों पर भाजपा रेस में आगे है। जबकि, कांग्रेस को केवल 1 से 2 सीटें मिलने का अुनमान जताया गया है। हालांकि, राज्य की कुछ लोकसभा सीटों पर हेरफेर होने की संभावना बनी है। जिन पर कांग्रेस अपनी जीत का दावा कर रही है।

राज्य की 29 लोकसभा सीटों में से मुरैना, मंडला, राजगढ़, धार और गुना सीट को गुना सीटों पर हेरफेर होने के आसार है। मतदान समाप्त होने के बाद से कांग्रेस राज्य की इन 7 सीटों पर अपनी जीत का राग अलाप रही है। इन सीटों को छोड़कर भाजपा अन्य सीटों को अपने खाते में समेटते हुए दिख रही है। इनमें से इंदौर और खजुराहो सीट पर भाजपा को एकतरफा जीत मिलने की संभावना है। इस लिहाज से इन सीटों पर भाजपा की जीत लगभग तय है।

इन सीटों पर भाजपा की एकतरफा जीत

इस बार भाजपा इंदौर और खजुराहो सीट पर क्लीन स्विप करती नजर आ रही है। शुरुआत में इस सीट पर इंडिया गठबंधन ने सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन रद्द कर दिया था। इंदौर सीट पर कांग्रेस के टिकट से पहली बार चुनाव लड़ रहे अक्षय कांति बम ने ऐन वक्त पर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। इसके बाद कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने लोगों से नोटा पर वोट करने की अपील की थी। यहां से भाजपा भी एकतरफा जीत होती दिखाई दे रही है।

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट

एमपी में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से है। वर्तमान में इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद है। इस सीट पर भाजपा से बंटू साहू को प्रत्याशी बनाया है। जबकि, कांग्रेस ने नकुलनाथ को मैदान में उतारा है। भाजपा ने कांग्रेस के अभेद किले पर सेंध लगाने के लिए चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यहां तक कांग्रेस के कई नेताओं को भाजपा ने ज्वाइन भी करवाया है। इस सीट से भाजपा के टिकट पर मौजूदा सांसद वीडी शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। इस लिहाज से यहां पर भाजपा एकतरफा जीत हासिल करती नजर आ रही है।

राजगढ़ लोकसभा सीट

यहां से कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य के दिग्गज नेता को कैंडिडेट बनाया है। उनके सामने भाजपा ने मौजूदा सांसद रोडमल नागर को मैदान में उतारा है। इस बार भाजपा ने दिग्विजय सिंह को चुनौती देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।

मंडला लोकसभा सीट

इस सीट पर भाजपा ने 6 बार के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते पर दांव लगाया है। उनके सामने कांग्रेस ने मौजूद सांसद और विधायक ओमकार सिंह मरकाम पर भरोसा जताया है। इस सीट पर दोनों कैंडिडेट के बीच कांटे का मुकाबला है।

रतलाम-झाबुआ लोकसभा

यहां पर आदिवासी वोटर्स की संख्या अधिक है। यहां से कांग्रेस ने आदिवासी चेहरा कांतिलाल भूरिया पर दांव लगाया है। वह इस सीट से सांसद रह चुके हैं। इस बार भाजपा ने अनिता सिंह को मौका दिया है। वह मोहन यादव के कैबिनेट में मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी है। इस सीट पर कांग्रेस का पलड़ा भारी है।

सतना लोकसभा सीट

यहां पर भाजपा ने मौजूदा सांसद गणेश सिंह पर दांव लगाया है। जबकि, कांग्रेस ने मौजूदा विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को मैदान में उतारा है। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ने गणेश सिंह को भारी मतों के साथ हराया था। यहां से बसपा के टिकट पर पूर्व भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी मैदान में है।

धार लोकसभा सीट

इस सीट पर कांग्रेस ने राधेश्याम मुवेल को प्रत्याशी बनाया है। उन्हें भाजपा के पूर्व सांसद सवित्री ठाकुर से चुनौती मिल रही है। थार संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 8 विधानसभा में से 5 सीटें कांग्रेस के खाते में हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो यहां से कांग्रेस की जीत के आसार है।

मुरैना लोकसभा सीट

यहां से कांग्रेस ने सत्यापाल सिंह सिकरवार को प्रत्याशी बनाया है। उनके सामने भाजपा ने शिवमंगल सिंह तोमर पर दांव लगाया है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में दिग्गजों ने जोरो शोरों के साथ प्रचार किया था। इस संसदीय क्षेत्र में सत्यपाल सिंह सिकवार का काफी दबदबा है। जिसके चलते कांग्रेस ने उन्हें मैदान में उतारा है। ऐसे में यहां पर भाजपा के सामने चुनौती और कांग्रेस के जीतने की उम्मीद ज्यादा है।

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