शिंदे ही एक'नाथ': शिंदे गुट की बड़ी जीत, स्पीकर का फैसला- शिंदे ही रहेंगे मुख्यमंत्री, अयोग्य घोषित नहीं होंगे विधायक
- महाराष्ट्र की सियासत में आज का दिन अहम
- शिंदे ही रहेंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
- स्पीकर ने सुनाया बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एकनाथ शिंदे ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने लंबा फैसला सुनाते हुए ये स्पष्ट कर दिया कि शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों को अयोग्य करार नहीं माना जा सकता। ये फैसला सुनाने के लिए स्पीकर राहुल नार्वेकर ने 1200 पेजों के फैसले के मुख्य बिंदुओं पढ़े। स्पीकर ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास शिवसेना के 55 में से 37 विधायक हैं। इसलिए उनके नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेनाम माना जाएगा। इस मामले में चुनाव आयोग ने भी यही फैसला सुनाया था।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शिंदे गुट को "असली" शिव सेना राजनीतिक दल बताए जाने पर शिवसेना(UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, " आज का फैसला कोई न्याय नहीं है ये एक षड्यंत्र है, हम सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएंगे। हमारी लड़ाई न्यायालय में जारी रहेगी।"
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा, "मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं। हमने सुना था 'वही होता है जो मंजूर-ए-खुदा' होता है' 2014 के बाद एक नई परंपरा शुरू हुई है 'वही होता है जो मंजूर-ए-नरेंद्र मोदी और अमित शाह होता है'। यही हम महाराष्ट्र में होते हुए देख रहे हैं। जिस चीज़ को सुप्रीम कोर्ट ने 'अवैध' और 'असंवैधानिक' कहा था, उसे वैध करने का काम हो रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।"
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शिंदे गुट को "असली" शिव सेना राजनीतिक दल बताए जाने के बाद मुंबई में शिवसेना-शिंदे गुट के कार्यालय में जश्न मनाया गया।
#WATCH महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष द्वारा शिंदे गुट को "असली" शिव सेना राजनीतिक दल बताए जाने के बाद मुंबई में शिवसेना-शिंदे गुट के कार्यालय में जश्न मनाया गया। pic.twitter.com/RpDvJVT4Ub
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2024
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष ने शिंदे गुट को असली शिवसेना करार दिया। इस बीच रपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. रामदास अठावले का कहना है, "यह उद्धव ठाकरे के लिए बहुत बड़ा झटका है। एकनाथ शिंदे सीएम बने रहेंगे और उनका गुट ही असली शिव सेना राजनीतिक पार्टी है। यह फैसला है।" संविधान के मुताबिक, इससे हमें लोकसभा चुनाव में फायदा होगा।”
Maharashtra Assembly Speaker rules Shinde faction the real Shiv Sena
— ANI (@ANI) January 10, 2024
President of Republican Party of India (Athawale) & Union MoS, Dr.Ramdas Athawale says, "This is a huge jolt to Uddhav Thackeray. Eknath Shinde will remain the CM, and his faction is the real Shiv Sena… pic.twitter.com/M9u2lmgtK7
महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि शिंदे गुट ही असली शिवसेना है। एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। क्योंकि, पार्टी के ज्यादातर विधायक शिंदे गुट के साथ हैं। ऐसे वे आगे भी सीएम बने रहेंगे। महाराष्ट्र के विधानसभा अध्यक्ष ने फैसले के दौरान कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले के विपरीत नहीं जा सकते हैं। इसका मतलब यह है कि शिंदे आगे भी महाराष्ट्र के सीएम बने रहेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर कहा, "21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी गुट उभरे तो शिंदे गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था।"
Shiv Sena MLAs' disqualification case | Maharashtra Assembly speaker Rahul Narwekar says, "Shinde faction was the real Shiv Sena political party when rival factions emerged on 21st June 2022." pic.twitter.com/ap02jTodPl
— ANI (@ANI) January 10, 2024
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर कहते हैं, "मेरे विचार में, 2018 नेतृत्व संरचना (ईसीआई के साथ प्रस्तुत) शिवसेना संविधान के अनुसार नहीं थी। पार्टी संविधान के अनुसार शिवसेना पार्टी प्रमुख किसी को भी पार्टी से नहीं हटा सकते हैं। इसलिए उद्धव ठाकरे ने पार्टी संविधान के अनुसार एकनाथ शिंदे या पार्टी के किसी भी नेता को पार्टी से हटा दिया। इसलिए जून 2022 में उद्धव ठाकरे द्वारा एकनाथ शिंदे को हटाना शिवसेना संविधान के आधार पर स्वीकार नहीं है।"
महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, ''मेरे सामने मौजूद सबूतों और रिकॉर्डों को देखते हुए, प्रथम दृष्टया संकेत मिलता है कि वर्ष 2013 के साथ-साथ वर्ष 2018 में भी कोई चुनाव नहीं हुआ था। हालांकि, मैं स्पीकर के रूप में 10वीं धारा के तहत अधिकार क्षेत्र का प्रयोग कर रहा हूं। अनुसूची का क्षेत्राधिकार सीमित है और यह वेबसाइट पर उपलब्ध ईसीआई के रिकॉर्ड से आगे नहीं जा सकता है और इसलिए मैंने प्रासंगिक नेतृत्व संरचना का निर्धारण करते समय इस पहलू पर विचार नहीं किया है। इस प्रकार, उपरोक्त निष्कर्षों को देखते हुए, मुझे लगता है कि शिव सेना की नेतृत्व संरचना परिलक्षित होती है ईसीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध दिनांक 27 फरवरी 2018 के पत्र में प्रासंगिक नेतृत्व संरचना है जिसे यह निर्धारित करने के उद्देश्य से ध्यान में रखा जाना चाहिए कि कौन सा गुट वास्तविक राजनीतिक दल है।"
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, "शिवसेना के 2018 संशोधित संविधान को वैध नहीं माना जा सकता क्योंकि यह भारत के चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में नहीं है। रिकॉर्ड के अनुसार, मैंने वैध संविधान के रूप में शिव सेना के 1999 के संविधान को ध्यान में रखा है।"
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, "दोनों पार्टियों (शिवसेना के दो गुट) द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए संविधान पर कोई सहमति नहीं है। दोनों दलों के नेतृत्व संरचना पर अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। मुझे विवाद से पहले मौजूद नेतृत्व संरचना को ध्यान में रखते हुए प्रासंगिक संविधान तय करना होगा।"
#WATCH महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा, "दोनों पार्टियों (शिवसेना के दो गुट) द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए संविधान पर कोई सहमति नहीं है। दोनों दलों के नेतृत्व संरचना पर अलग-अलग दृष्टिकोण हैं... मुझे विवाद से पहले मौजूद नेतृत्व संरचना को ध्यान में रखते हुए… pic.twitter.com/iFmydtjC4E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2024