विज्ञान/प्रौद्योगिकी: इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग, कृषि वस्तुओं ने भारत के निर्यात को बढ़ाने ने अहम भूमिका निभाई क्रिसिल
अक्टूबर में भारत के मुख्य समूह निर्यात में 27.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, रसायन, कपड़ा, समुद्री उत्पाद और चावल जैसी कैटेगरी में वृद्धि विशेष रूप से मजबूत रही। यह जानकारी सोमवार को जारी क्रिसिल की रिपोर्ट में दी गई।
नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। अक्टूबर में भारत के मुख्य समूह निर्यात में 27.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें इंजीनियरिंग सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स, रसायन, कपड़ा, समुद्री उत्पाद और चावल जैसी कैटेगरी में वृद्धि विशेष रूप से मजबूत रही। यह जानकारी सोमवार को जारी क्रिसिल की रिपोर्ट में दी गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इंजीनियरिंग सामान में 10.6 प्रतिशत से 39.4 प्रतिशत, दवा और फार्मास्यूटिकल्स में 7.2 प्रतिशत से 8.2 प्रतिशत, कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन में 11.2 प्रतिशत से 27.4 प्रतिशत और इलेक्ट्रॉनिक सामान 7.9 प्रतिशत से 45.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।
कृषि निर्यात के लिए भी प्रदर्शन अच्छा है। अक्टूबर में चावल निर्यात में पिछले महीने की तुलना में 85.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले महीने इसमें 24.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। यह सरकार द्वारा बासमती और गैर-बासमती चावल के विदेशी शिपमेंट पर प्रतिबंध हटाने के कारण हुआ।
काजू को लेकर 2.2 प्रतिशत से 7.2 प्रतिशत, फल और सब्जियों को लेकर 8.4 प्रतिशत से 15.9 प्रतिशत, चाय को लेकर 5.7 प्रतिशत से 9.3 प्रतिशत और मसालों को लेकर 26.7 प्रतिशत से लेकर 30.9 प्रतिशत की भी सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
श्रम-प्रधान क्षेत्रों में, सिरेमिक उत्पादों और कांच के बने पदार्थ को छोड़कर निर्यात में अच्छा प्रदर्शन जारी रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी ओर, रत्न एवं आभूषण, रेडीमेड परिधान, कालीन, सूती धागे, कपड़े, हथकरघा उत्पाद में भी सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
हस्तशिल्प, चमड़ा एवं चमड़ा उत्पाद के निर्यात में सकारात्मक वृद्धि देखी गई।
आयात क्षेत्रों में, सोना तथा मोती और कीमती एवं अर्ध-कीमती पत्थरों के आयात में गिरावट आई।
विद्युत एवं गैर-विद्युतीय आयात सकारात्मक रहा। लेकिन, 17.4 प्रतिशत से घटकर 8.7 प्रतिशत पर आ गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अन्य श्रेणी जिसमें मजबूत आयात वृद्धि देखी गई, वह वनस्पति तेल है, इसमें पिछले साल की तुलना में 50.9 प्रतिशत वृद्धि देखी गई। वहीं, पिछले महीने की तुलना में भी सकारात्मक वृद्धि रही।
भारत के कुल व्यापारिक निर्यात ने अक्टूबर में 17.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मजबूत वापसी की, जो 28 महीनों में सबसे तेज है और 39.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
देश के सेवा निर्यात में सितंबर में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अगस्त में 5.7 प्रतिशत थी।
सेवा आयात में 8.8 प्रतिशत की तुलना में पिछले साल की तुलना में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इसलिए, सितंबर में सेवा व्यापार अधिशेष बढ़कर 16.1 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि सितंबर 2023 में यह 13.8 बिलियन डॉलर और अगस्त 2024 में 13.9 बिलियन डॉलर था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह जनवरी 2024 के बाद का सबसे अधिक अधिशेष है, जब यह 16.2 बिलियन डॉलर था।
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