मौसम अलर्ट: भीषण गर्मी से मिली राहत, मध्यप्रदेश समेत देश के इन राज्यों में हुई मानसून की एंट्री
- देश के 19 राज्यों में पहुंचा मानसून
- उत्तर भारत के कई राज्यों में 3-4 दिन में करेगा एंट्री
- मध्यप्रदेश में की एंट्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भीषण गर्मी की मार झेल रहे देश के कई राज्यों (खासकर उत्तर भारत) के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 3-4 दिनों में मानसून की यहां एंट्री कर लेगा। वहीं 21 जून को मानसून ने एमपी, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के कुछ हिस्सों में मानसून ने प्रवेश कर लिया है। बात करें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो बीते कुछ दिनों से लगातार 42 डिग्री टेम्परेचर रहने के बाद यहां शुक्रवार को बारिश हुई। इस दौरान 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलीं। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
वहीं, प्री मानसून एक्टिविटी की वजह से देश में दो तरह का मौसम है। कहीं मध्यम या तेज बारिश हो रही है तो कहीं गर्मी पड़ रही है। शनिवार को मौसम विभाग ने यूपी के कुछ हिस्सों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया है। इस साल गर्मी कितनी ज्यादा पड़ी है उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 41 हजार लोग हीटस्ट्रोक का शिकार हुए हैं। इनमें से 114 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस साल बीते कई सालों से ज्यादा हीटवेव चली। जून महीने में भी औसत से ज्यादा तापमान रहने की बात मौसम विभाग ने की है। विभाग का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते इस साल ज्यादा देश में ज्यादा गर्मी पड़ी है।
अब तक औसत से कम बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक 30 जून से लेकर 15 जून तक देश के 19 राज्यों में मानसून प्रवेश कर चुका है। केरल में मानसून के आने से लेकर अब तक देश में 77 मिलीमीटर बारिश हुई है जो कि सामान्य से 17 फीसदी कम है। इस दौरान देश में औसतन 92.8 मिमी बारिश हो जाती है।
मध्यप्रदेश में हुआ मानसून का प्रवेश
दक्षिणी मध्यप्रदेश में मानसून शुक्रवार को एंटर हो चुका है। वहीं मध्य, पूर्वी और पश्चिमी के 8 जिलों में आने वाले 48 घंटे में दस्तक दे देगा। इससे पहले यहां प्री-मानसूनी एक्टिविटी जारी रहेगी। कहीं बारिश होगी तो कहीं गर्मी का असर देखने को मिलेगा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून अब भोपाल, इंदौर, जबलपुर संभाग पहुंचेगा। इसके बाद यह अन्य जिलों में आएगा। इसके सबसे आखिर में यह ग्वालियर-चंबल संभाग पहुंचने की उम्मीद है।