महिला ही कर रही थी मुस्लिम महिलाओं को सरेबाजार नीलाम, साथी के साथ मिलकर दिया घिनौने अपराध को अंजाम
Bulli app की मास्टरमाइंड गिरफ्तार महिला ही कर रही थी मुस्लिम महिलाओं को सरेबाजार नीलाम, साथी के साथ मिलकर दिया घिनौने अपराध को अंजाम
- कई मुस्लिम महिलाओं ने पाया कि Bulli Bai App पर उनकी 'नीलामी' की जा रही है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर मजबूती से अपनी बात रखने वाली 100 मुस्लिम महिलाओं को "bulli app" के द्वारा टारगेट करने वाली आरोपी का पता चल गया है। आरोपी एक उत्तराखंड की महिला है, जो अपने एक साथी के साथ मिलकर इस घिनौने अपराध को अंजाम दे रही थी।
महिला ने अपने साथी के साथ मिलकर मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ साजिश रची और अपने दोस्त के साथ मिलकर Bulli Bai app के माध्यम से उन महिलाओं को लेकर अपमानजनक और अभद्र बातें लिखी। यहां तक की उनकी बोली लगाने जैसा घिनौना काम भी किया। पुलिस ने महिला के साथी विशाल कुमार को भी बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है।
21 वर्षीय विशाल इंजीनियरिंग का छात्र है। पुलिस के मुताबिक, दोनों एक दूसरे को जानते हैं। वे दोनों फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्त हैं। मुंबई पुलिस साजिशकर्ता महिला को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए उत्तराखंड की अदालत में पेश करेगी।
शातिराना ढंग से रची गई साजिश
मुंबई पुलिस के अनुसार, मामले में मुख्य आरोपी महिला Bulli Bai app से जुड़े तीन अकाउंट को हैंडल कर रही थी। साथी विशाल कुमार ने खालसा सुप्रीमेसिस्ट नाम से एक अकाउंट खोला था, ताकि लोग खालसा से मतलब ये निकालें कि इस साजिश के पीछे कोई सिख व्यक्ति है। 31 दिसंबर को उसने दूसरे अकाउंट्स का भी नाम बदलकर सिख नाम से मिलता-जुलता रखा था।
लेकिन दोनों आरोपियों की साजिश को मुंबई पुलिस ने नाकाम कर दिया। 100 दबंग मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ यह साजिश बहुत ही शातिराना तरीके से रची गई थी। जिसके पीछे इन दोनों की नफरत और गंदी सोच थी। उत्तराखंड से पकड़ी गई उस शातिर महिला को मुंबई लाया जा रहा है। उधर, आरोपी विशाल कुमार को कोर्ट में पेश किया गया है।
क्या है Bulli Bai ऐप
Bulli Bai ऐप को लेकर विवाद 1 जनवरी को तब सामने आया जब कई मुस्लिम महिलाओं ने पाया कि एक ऐप पर उनकी "नीलामी" की जा रही है। Github पर होस्टेड Bulli Bai ऐप पर उन महिलाओं की तस्वीरें डाली गई थी और ज्यादातर तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
इस ऐप के जरिये हर उम्र की उन मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया गया था, जो सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखती है। ऐप पर जानी-मानी पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और वकीलों की तस्वीरें नीलामी के लिए डाली गई थीं। इन तस्वीरों पर अभद्र कमेंट भी किये जा रहे थे।