कोरोना वैक्सीन को लेकर केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने दिया सुझाव, कहा- दूसरी कंपनियों को भी दिया जाए प्रोडक्शन का काम
कोरोना वैक्सीन को लेकर केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने दिया सुझाव, कहा- दूसरी कंपनियों को भी दिया जाए प्रोडक्शन का काम
- कोरोना वैक्सीन पर नितिन गडकरी का सुझाव
- दूसरी कंपनियों को भी दिया जाए प्रोडक्शन का काम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन का काम पूरे देश में किया जा रहा है। हालांकि वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत धीमी है। SII के सीईओ अदार पूनावाला भी कह चुके हैं कि हम आबादी में दूसरे नंबर पर हैं। हमारे लिए टीकाकरण अभियान 2-3 महीनों में पूरा नहीं किया जा सकता। इसके लिए दो साल से ज्यादा का समय भी लग सकता है। कोरोना वैक्सीन की किल्लत को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को एक बेहतरीन सुझाव दिया है जिसके बाद 15 से 20 दिनों में कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति ठीक हो सकती है।
विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए कुछ और दवा कंपनियों को इसके उत्पादन की मंजूरी दी जानी चाहिए। गडकरी ने कहा वैक्सीन की पहले देश में सप्लाई पूरी हो जाए, उसके बाद वैक्सीन का निर्यात किया जाना चाहिए।
#WATCH | If vaccine demand is more than supply it creates problem. Instead of 1, let 10 more companies be given license for vaccine manufacture...Let them supply in country later if there"s surplus, they may export. It can be done in 15-20 days: Union Min Nitin Gadkari (18.05) pic.twitter.com/gVOqMuVRNr
— ANI (@ANI) May 19, 2021
गडकरी ने कहा वैक्सीन के उत्पादन बढ़ाने के विषय में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह करेंगे कि देश में जीवन रक्षक दवाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए और दवा कंपनियों को मंजूरी देने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए और इसमें दवा के पेटेंट धारक को अन्य दवा कंपनियों द्वारा 10 प्रतिशत रॉयल्टी देने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
गडकरी ने कहा कि टीके की आपूर्ति के मुकाबले उसकी मांग अधिक होगी तो इससे समस्या खड़ी होगी। इसलिए एक कंपनी के बजाय 10 और कंपनियों को टीके का उत्पादन करने में लगाया जाना चाहिए। इसके लिए टीके के मूल पेंटेंट धारक कंपनी को दूसरी कंपनियों द्वारा दस प्रतिशत रॉयल्टी का भुगतान किया जाना चाहिए।
गौरलतब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में पत्र लिखकर कहा था कि केंद्र को टीका बनाने वाली दोनों कंपनियों का फार्मूला अन्य कंपनियों को देना चाहिए ताकि टीके का उत्पादन बढ़ाया जा सके। वर्तमान में देश में कोरोना रोधी टीके का उत्पादन दो कंपनियां कर रही हैं। पहली भारत बायोटेक जो कोवैक्सिन टीका बना रही है और दूसरी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जो कि कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है।
कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन
देश में 24 घंटे में 13 लाख 12 हजार 155 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 11 लाख 19 हजार 565 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज मिला है। जबकि 1 लाख 92 हजार 590 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है। देश में अब तक कुल 18 करोड़ 58 लाख 9 हजार 302 लोगों को वैक्सीन दी गई है। जिनमें 14 करोड़ 35 लाख 83 हजार 902 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज मिला है। वहीं 4 करोड़ 22 लाख 25 हजार 400 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है।