भागलपुर: पिकनिक मनाने गए बच्चों से भरी नाव गंगा में पलटी, 3 लापता
भागलपुर: पिकनिक मनाने गए बच्चों से भरी नाव गंगा में पलटी, 3 लापता
डिजिटल डेस्क, भागलपुर/सबौर। नववर्ष पर बिहार से एक दुखद सूचना आई है। पिकनिक मनाने जा रहे बच्चों की नाव बीच गंगा में डूब गई। इस घटना में देखते ही देखते नौ बच्चे डूब गए। जिनमें से 6 बच्चों को स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकाला गया है। वहीं तीन बच्चे अभी तक लापता है। जानकारी के अनुसार नाव बच्चे खुद ही चला रहे थे। नाव का भी कुछ पता नहीं चल पाया है।
सबौर के रजंदीपुर घाट पर सभी बच्चे नाव पर सवार होकर पिकनिक मनाने के लिए दियारा जा रहे थे। तभी चल रही तेज हवा के कारण नाव पलट गई। लापता बच्चों की खोज के लिए नदी में महाजाल गिराया गया है। एनडीआरएफ की दो टुकड़ी लापता तीन बच्चों की तलाश कर रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक नाव पर क्षमता से अधिक बच्चे सवार थे। इस हादसे की सूचना मिलते ही रजंदीपुर घाट पर पुलिस पहुंची। जिन बच्चों को बचाया गया उन्हें अपने साथ लेकर घटनास्थल का मुआयना किया।
इस घटना के बाद से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया है। गोताखोर लापता बच्चों की तलाश कर रही हैं। लापता बच्चों के परिजनों का बुरा हाल है। हालांकि, बिहार में हुए कई नाव हादसे के बाद इन सब मौकों पर नदी में नाव चलाने की अनुमति नहीं होती है। ऐसे में एक बार फिर प्रशासन पर सवाल खड़े होते दिखाई दे रहे हैं। घटना की जानकारी मिलने पर बीडीओ ममता प्रिया, सीओ तरुण केशरी, रजंदीपुर मुखिया शंकर प्रसाद मंडल आदि भी पहुंचे और लापता बच्चों के परिजनों को ढांढस बंधाया। डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर भी पहुंचे।
रजंदीपुर व लालूचक गांव में इस घटना के चलते मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। जानकारी के अनुसार, लापता बच्चों के नाम आशीष कुमार (13), राजकुमार (12), सोहित कुमार (11) है। वहीं सुरक्षित निकाले गए बच्चों का नाम गुलशन कुमार (8), रौशन मंडल (7), गुलशन मंडल (10), संतोष कुमार (12), रोहित कुमार (11) है।
भागलपुर में हो चुकी हैं तीन बड़ी नाव दुर्घटनाएं
9 जनवरी 2012 - खरीक के मंझाओ गांव में गंगा में नाव पलट गई थी। इसमें 12 लोगों की जान गई थी
22 मार्च 2013- एकचारी के रानी दियारा में गंगा नदी में नाव पलट जाने से 7 लोगों की मौत हो गई थी
29 अगस्त 2016- ममलखा से खानकिता जा रही नाव रेलवे पुल से टकरा नाव गंगा में डूब गई थी।