ब्लैकबॉक्स से खुलेंगे हेलिकॉप्टर क्रैश के राज, जानिए क्यों अहम है ये ब्लैक बॉक्स
हादसा या साजिश ब्लैकबॉक्स से खुलेंगे हेलिकॉप्टर क्रैश के राज, जानिए क्यों अहम है ये ब्लैक बॉक्स
- वायुसेना ने दिए जांच के आदेश
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का सबसे भरोसेमंद हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें देश ने अपने पहले CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों को खो दिया। इस हादसे में कैप्टन वरुण सिंह बुरी तरह घायल हुए है, जिनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इस हादसे को साजिश बता रहे है। उनका मानना है कि, ये हादसा नहीं है बल्कि साजिश है। फिलहाल वायुसेना ने दुर्घटना के लिए जांच के आदेश दे दिए है। हालांकि वायुसेना के तरफ से इस हादसे में किसी साजिश के होने की बात नहीं कही गई है।
कुछ समय पहले न्यूज एजेंसी ANI ने एक वीडियो जारी किया और बताया कि , ये दुर्घटना से पहले का वीडियो है। इस बीच निदेशक श्रीनिवासन के नेतृत्व में तमिलनाडु फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट की एक टीम कुन्नूर पहुंची और कैटरी के पास दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। जहां पर उन्हें ब्लैक बॉक्स मिला। हालांकि, इंडियन एयरफोर्स की टीम ने हेलिकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स को पहले ही बरामद कर लिया था। बताया जा रहा है कि, ये ब्लैक बॉक्स बहुत से राज खोल सकता है। जैसे, दुर्घटना के पहले क्या हुआ,दुर्घटना कैसे हो गई और आखिरी वक्त में क्या हुआ था।
#WATCH | Final moments of Mi-17 chopper carrying CDS Bipin Rawat and 13 others before it crashed near Coonoor, Tamil Nadu yesterday
— ANI (@ANI) December 9, 2021
(Video Source: Locals present near accident spot) pic.twitter.com/jzdf0lGU5L
क्या है ब्लैक बॉक्स
वायुसेना के किसी भी प्लेन और हेलिकॉप्टर में एक ब्लैक बॉक्स होता है, जो उसका महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। क्योंकि ये जब हेलिकॉप्टर और प्लेन उड़ता है तो, ये ब्लैक बॉक्स उसमें होने वाली हर तरह की एक्टिविटी पर बराबर नजर बना कर रखता है और सब कुछ रिकॉर्ड करता है। ये पायलट और ATC के बीच बातचीत का रिकॉर्ड इकट्ठा करता है और पायलट और को-पायलट की बातचीत भी इसी में रिकॉर्ड होती है। इसे ब्लैक बॉक्स के साथ-साथ डाटा रिकॉर्डर भी कहा जाता है।
MI-17 V-5 ने सुरक्षित भरी थी उड़ान
बता दें कि, सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत कई बड़े अफसरों की टीम MI-17 V-5 हेलिकॉप्टर पर बैठे और इसने सुरक्षित तरीके से उड़ान भरी। लगभग 50 मिनट का सफर तय कर लिया था। करीब 94 किलोमीटर का हवाई सफर पूरा हो चुका था। लेकिन, आखिरी के 10-15 किलोमीटर बचे हुए थे और उसी दौरान ये क्रैश हो गया और 13 लोगों का निधन हो गया।