कश्मीर शांतिपूर्ण, कोई सिविलियन डेथ नहीं; 50,000 नौकरियों का ऐलान
कश्मीर शांतिपूर्ण, कोई सिविलियन डेथ नहीं; 50,000 नौकरियों का ऐलान
- इंटरनेट सेवाओं को भी धीरे-धीरे बहाल करने का भरोसा राज्यपाल ने दिलाया
- नौकरियों के लिए अगले 2-3 महीनों तक राज्य में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान चलाया जाएगा
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन में 50 हजार नौकरियों की घोषणा की। इन नौकरियों के लिए अगले 2-3 महीनों तक राज्य में बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान चलाया जाएगा। राज्यपाल ने इंटरनेट सेवाओं को भी धीरे-धीरे बहाल करने का भरोसा दिलाया। राज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जल्द ही एक बड़ी घोषणा करने की भी बात कही।
श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि घाटी में प्रतिबंध लोगों की भलाई और कल्याण के लिए लगाए गए हैं। मलिक ने कहा कि केंद्र के अधिकारियों की टीमें हर दिन उनसे मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 24 दिनों में जम्मू-कश्मीर में एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई है, ये हमारे लिए एक उपलब्धि है। राज्य में शांति के लिए लोगों को आश्वस्त करते हुए, उन्होंने कहा कि जल्द ही घाटी में सामान्य स्थिति वापस आ जाएगी।
मलिक ने स्वीकार किया कि घाटी में विरोध प्रदर्शन के दौरान पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया था लेकिन किसी भी चोट को रोकने के लिए अत्यंत सावधानी बरती गई थी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर पेलेट इंजूरी कमर से नीचे थीं।
JK में मोबाइल फोन और इंटरनेट पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर उन्होंने कहा कि ये समस्याएं पहले भी थीं जब टेलीफोन नहीं थे। उन्होंने कहा कि कम्यूनिकेशन पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया ताकि पाकिस्तान मीडिया या राष्ट्रविरोधी तत्व इसका दुरुपयोग न करें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में फोन और इंटरनेट का इस्तेमाल हम से ज्यादा आतंकवादी कर रहे थे। हालांकि उन्होंने भरोसा दिया कि इंटरनेट सेवाएं जल्द से जल्द बहाल कर दी जाएंगी।
#WATCH: JK Governor Satya Pal Malik, says,"the medium of phone and internet is used less by us and mostly by terrorists and Pakistanis as well as for mobilisation indoctrination. It is a kind of weapon used against us so we have stopped it. Services will be resumed gradually." pic.twitter.com/0AqzW1Of6e
— ANI (@ANI) August 28, 2019
मलिक ने घाटी के किसी भी राजनीतिक नेताओं से बात करने से इनकार किया। वह कुछ मीडिया रिपोर्टों के संबंध में बोल रहे थे जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से बात की है। मालूम हो कि आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों नेताओं को हिरासत में लिया गया था।
जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सौगात देते हुए राज्यपाल ने 50 हजार नौकरियों की घोषणा की। मलिक ने कहा कि इन नौकरियों के लिए अगले 2-3 महीनों तक बड़े पैमाने पर भर्ती अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने युवाओं से अपील भी की कि वह नौकरियों की तैयारी में जी जान और पूरे जोश से जुट जाएं।