पीएम पर निजी हमले करने से राहुल क्यों कार्यकर्ताओं को रोक रहे हैं ?
पीएम पर निजी हमले करने से राहुल क्यों कार्यकर्ताओं को रोक रहे हैं ?
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात में सत्ता वापसी की उम्मीद लगाए बैठी कांग्रेस पार्टी इस बार हर कदम फूंक-फूंक कर रखना चाहती है। इस बीच कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं को आदेश दिया है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पर्सनल अटैक करने से बचें। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत ने इस बात की जानकारी दी। गहलोत ने बताया कि राहुल गांधी ने लिखित तौर पर पार्टी नेताओं से पीएम मोदी पर पर्सनल अटैक करने से मना किया है। साथ ही ये भी कहा है कि ऐसा कोई भी बयान न दिया जाए, जिससे पार्टी की इमेज पर गलत असर पड़े।
क्यों कहा राहुल ने ऐसा?
गुजरात में कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत ने इस बारे में जानकारी देते हुए राहुल गांधी के इस आदेश की वजह भी बताई। उन्होंने बताया कि "कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट ने लिखित तौर पर पार्टी नेताओं को कहा है कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, लिहाजा उनके पद की गरिमा को देखते हुए कोई भी ऐसी बात या बयान न दिया जाए, जिससे उनके पद की गरिमा को ठेस पहुंचती है।"
मोदी नहीं रख रहे अपने पद का ध्यान
इसके आगे अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी अपनी पीएम पद की गरिमा का ध्यान नहीं रखते और कांग्रेस के खिलाफ हल्की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। गहलोत ने कहा कि "पीएम मोदी अपने पद की गरिमा का ध्यान नहीं रख रहे हैं और गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के लिए बहुत ही हल्की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।" हालांकि राहुल गांधी ने हमसे ऐसा करने के लिए मना किया है।
2007 में सोनिया के बयान से हारी थी कांग्रेस
2007 के गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी ने गुजरात दंगों का जिक्र करते हुए उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को "मौत का सौदागर" कहा था। जिसके बाद बीजेपी ने सोनिया के इस बयान का भरपूर सियासी फायदा उठाया था। उस चुनाव में बीजेपी आसानी से जीत गई थी और पॉलिटिकल एनालिस्ट्स का मानना भी यही था कि सोनिया के बयान से ही कांग्रेस की हार हुई है, क्योंकि बीजेपी ने सोनिया के बयान से खूब सहानुभूति बंटोरी थी। लिहाजा इस बार कांग्रेस को 22 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद है, तो वो किसी भी तरह के ऐसे बयान देने से बचना चाहती है, जिससे बीजेपी को सियासी फायदा न हो।
गुजरात में कब है चुनाव?
गुजरात में विधानसभा चुनाव की 182 सीटों के लिए वोटिंग 2 फेस में होने जा रही है। पहले फेस में 89 सीटों के लिए 9 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि दूसरे फेस में 93 सीटों के लिए 14 दिसंबर को वोटिंग की जाएगी। वहीं रिजल्ट 18 दिसंबर को डिक्लेयर किए जाएंगे।