CBSE ने हाईकोर्ट को बताया, क्यों लिया 10वीं मैथ्स के री-एग्जाम नहीं कराने का फैसला

CBSE ने हाईकोर्ट को बताया, क्यों लिया 10वीं मैथ्स के री-एग्जाम नहीं कराने का फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-20 12:09 GMT
CBSE ने हाईकोर्ट को बताया, क्यों लिया 10वीं मैथ्स के री-एग्जाम नहीं कराने का फैसला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेन्ड्री एजुकेशन (सीबीएसई) ने दिल्ली हाईकोर्ट को शुक्रवार को बताया कि उन्होंने 10वीं मैथ्स के एग्जाम को दोबारा नहीं कराने का फैसला क्यों लिया है? सीबीएसई ने कहा, मैथ्स, इंग्लिश और साइंस पेपर के ट्रेंड एनालिसिस करने के बाद ये निर्णय लिया गया है। सीबीएसई ने कहा कि वे केवल एक छात्र के लिए लाखों छात्रों को कठिनाई में नहीं डाल सकते जो मैथ्स का री-एग्जाम चाहते है। जस्टिस गीता मित्तल और सी हरि शंकर की बैंच ने इस मामले की सुनवाई की।

 

 


CBSE के फैसले पर कोर्ट ने उठाए थे सवाल
इससे पहले 16 अप्रैल को हाईकोर्ट ने 10वीं का पेपर दोबारा न कराए जाने को लेकर CBSE के फैसले पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने बोर्ड से उसके इस फैसले से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। वहीं CBSE ने 12 इकोनॉमिक्स की एग्जाम डेट चेंज करने को लेकर लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया था। हाईकोर्ट ने कहा था कि वह CBSE के एग्जाम कराए जाने के फैसले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता। एक्टिंग चीफ जस्टिस गीता मित्तल और जस्टिस हरी शंकर की बैंच ने इस मामले की सुनवाई की थी।

NGO ने लगाई है हाईकोर्ट में याचिका
बता दें कि CBSE ने 10वीं कक्षा के गणित विषय का एग्जाम दोबारा नहीं करने का फैसला लिया है। इस फैसले को हाईकोर्ट में NGO सुनिए की तरफ से चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि 10वीं मैथ्स की परीक्षा दोबारा कराई जानी चाहिए। वहीं इस याचिका में 12वीं का इकोनॉमिक्स का पेपर दोबारा कराए जाने के डेट में बदलाव की भी मांग की गई थी। याचिका में कहा गया था कि NDA का एंट्रेंस एग्जाम 22 अप्रैल को है इसलिए इकोनॉमिक्स की परीक्षा की तारीख बदली जानी चाहिए। बता दें कि बोर्ड ने इकोनॉमिक्स की परीक्षा 25 अप्रैल को कराने का फैसला लिया है।

27 और 28 मार्च को हुआ था एग्जाम
बता दें कि इस साल CBSE के 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम 5 मार्च से शुरू हुए थे। 12वीं इकनॉमिक्स का एग्जाम 27 मार्च को हुआ था, जबकि 10वीं का गणित का एग्जाम 28 मार्च को हुआ था। देश के कई हिस्सों से खबरे आ रही थी की बोर्ड एग्जाम के पेपर लीक हो गए है। जिसके बाद CBSE ने फैसला लेते हुए इन पेपरों को रद्द कर दिया था। CBSE के अधिकारियों ने कहा था कि छात्रों के हित को ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया है। छात्रों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। जिसके बाद CBSE ने इकोनॉमिक्स की परीक्षा दोबारा 25 अप्रैल को कराने का फैसला लिया था। वहीं बोर्ड ने कहा था कि 10वीं मैथ्स की परीक्षा दोबारा नहीं होगी।

Tags:    

Similar News