मक्का मस्जिद ब्लास्ट: हैदराबाद के जज रविंदर रेड्डी का इस्तीफा नामंजूर
मक्का मस्जिद ब्लास्ट: हैदराबाद के जज रविंदर रेड्डी का इस्तीफा नामंजूर
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। हैदराबाद की प्रसिद्ध मक्का मस्जिद पर मई 2007 में हुए बम ब्लास्ट केस में फैसला सुनाने वाले स्पेशल एनआईए कोर्ट के जज रविंदर रेड्डी ने बीते दिनों इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया गया है। इसके साथ ही उनसे कहा गया है कि छुट्टी खत्म करके काम पर लौटें। बता दें कि जज के. रवींद्र रेड्डी ने सोमवार को मक्का मस्जिद ब्लास्ट केस में सभी अभियुक्तों को बरी करने के कुछ ही घंटे बाद इस्तीफा दे दिया था।
व्यक्तिगत कारणों से दिया था इस्तीफा
हालांकि इस निर्णय के पीछे उनके व्यक्तिगत कारण बताए जा रहे है। रेड्डी ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को अपना इस्तीफा भेजा था। बता दें कि सोमवार को कोर्ट ने 11 साल पुराने मामले में सबूतों के अभाव सबूतों के अभाव का हवाला देते हुए पांच आरोपियों को बरी कर दिया था। जज ने कहा था कि अभियुक्तों को इसलिए बरी किया गया, क्योंकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी, यानी NIA उस हमले में अभियुक्तों की भूमिका स्थापित करने में नाकाम रही
कब हुआ था ब्लास्ट?
18 मई 2007 को जुमे की नमाज के दौरान हैदराबाद की प्रसिद्ध मक्का मस्जिद में एक बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले में 58 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बताया जाता है कि इस घटना के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग भी की थी, जिसमें 5 और लोग मारे गए थे। वहीं जज के इस्तीफे को लेकर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाते हुए इसे रहस्यपूर्ण करार दिया था।
रिटायर होने वाले हैं जज
जज रविंद्र रेड्डी दो महीनों में रिटायर होने वाले थे, वह तेलंगाना जूनियर जज एसोसिएशन के अध्यक्ष थे। रिपोर्ट के मुताबिक दो साल पहले उन्हें नियुक्ति के मामले में राजभवन के सामने धरना देने के लिए सस्पेंड भी किया गया था।