झांसी अस्पताल हादसा: 10 नवजात बच्चों की मौत पर मल्लिकार्जुन खरगे ने जताया दुख, योगी सरकार से की कार्रवाई की मांग
- झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुआ हादसा
- वॉर्ड में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत
- हादसे पर मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाई जांच की मांग
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। झांसी में शुक्रवार रात हुई घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU वार्ड में 10 नवजात बच्चों की आग लगने से मौत हो गई। इस घटना को लेकर राजनीति के कई बड़े दिग्गज नेता शोक व्यक्त कर रहे हैं। इस कड़ी में अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झांसी में 10 नवजात बच्चों की मौत पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, "उत्तर प्रदेश के झाँसी के मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे में मासूम शिशुओं की मृत्यु का समाचार बेहद पीड़ादायक है। इस हृदयविदारक हादसे में मृत सभी बच्चों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर उनके परिवारों को ये दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।" इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने आगे लिखा, "हम सरकार से माँग करते है कि इस हादसे के कारणों की जाँच हो और जो भी ऐसी लापरवाही का दोषी हो, उसपर सख़्त कानूनी कार्यवाही हो।"
वॉर्ड से 37 बच्चों को निकाला गया सुरक्षित
जानकारी के मुताबिक, महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में यह घटना 10.30 बजे से 10.45 बजे के आसपास घटित हुई है। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, हॉस्पिटल के एनआईसीयू वार्ड से अचानक धुंआ उठता दिखाई दिया। फिर देखत ही देखते ही पूरे वॉर्ड में आग लग गई। जानकारी के मुताबिक, वार्ड में आग शॉर्ट सर्किट की वजह से फैली थी। इस हादसे के वक्त वॉर्ड में 47 नवजात बच्चे थे। इस दौरान 10 बच्चों की मौत हो गई। जबकि, 37 बच्चों को सुरक्षित तौर पर बाहर निकाल लिया गया था। इसके बाद इन बच्चों को अलग-अलग हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कही ये बात
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी झांसी में 10 नवजात बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, "झाँसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज से दहला देने वाली ख़बर आई है, जहाँ नवजात शिशुओं के सघन चिकित्सा कक्ष में आग लग जाने की वजह से दस बच्चों की मौत हो गई है।" कांग्रेस नेता ने आगे लिखा, "शोक और सांत्वना के शब्द इस महाविपत्ति के समय व्यर्थ हैं। हमलोग इस मुश्किल परिस्थिति में परिजनों और अभिभावकों के साथ खड़े हैं।"