महाराष्ट्र: फ्लोर टेस्ट से पहले गिरी सरकार, अजित के बाद फडणवीस का भी इस्तीफा
महाराष्ट्र: फ्लोर टेस्ट से पहले गिरी सरकार, अजित के बाद फडणवीस का भी इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश के बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। फडणवीस ने माना कि उनके पास बहुमत नहीं है। इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी अपना इस्तीफा फडणवीस को सौंप दिया था। फडणवीस अपने दूसरे कार्यकाल में करीब 78 घंटे सीएम रहे। फडणवीस के इस्तीफे के बाद अब जल्द ही एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना सरकार बनाने का दावा राज्यपाल को पेश करेंगी।
Mumbai: Devendra Fadnavis submits his resignation to Governor Bhagat Singh Koshyari #Maharashtra. pic.twitter.com/0oGLYJ7qrN
— ANI (@ANI) November 26, 2019
देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि "चुनाव में जनादेश भाजपा को मिला, लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना रुख बदल लिया। हमने कभी भी ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले का वादा नहीं किया था। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा। सीटें देख कर शिवसेना ने अपना रुख बदल लिया। हमसे बात करने की बजाय उन्होंने कांग्रेस-एनसीपी से बात की।"
अजित पवार के समर्थन से सरकार बनाने को लेकर फडणवीस ने कहा कि "राज्यपाल के न्योते के बाद जब कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना पाई तो पवार ने हमें समर्थन देने की चर्चा की और कहा कि हम समर्थन देकर सरकार बनाना चाहते हैं। लेकिन जब बहुमत साबित करने की बात आई तो अजित पवार ने मुझसे मिलकर कहा, मैं गठबंधन जारी नहीं रख सकता और अलग होने की बात कही। फडणवीस ने कहा, "अजित के समर्थन वापस लेने के बाद अब हमारे पास बहुमत नहीं है इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं।"
देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर तंज कसते हुआ कहा कि "सत्ता की भूख इतनी है कि अब शिवसेना नेता भी सोनिया गांधी के सामने नतमस्तक होने को तैयार हैं।" फडणवीस ने कहा "शिवसेना उन वादों को लेकर अड़ गई थी, जिन्हें हमने कभी किया नहीं था।" उन्होंने कहा कि "हमें उम्मीद है कि नई सरकार अच्छा काम करेगी। हम विपक्ष के रूप में अपना काम करेंगे।" हालांकि फडणवीस ने ये भी कहा कि "तीन पहियों वाली सरकार चलना काफी मुश्किल है।"