साध्वी प्रज्ञा को पार्टी से निकालकर राजधर्म निभाए बीजेपी - कैलाश सत्यार्थी
साध्वी प्रज्ञा को पार्टी से निकालकर राजधर्म निभाए बीजेपी - कैलाश सत्यार्थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। अब नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने भी साध्वी प्रज्ञा के बयान का विरोध किया है। कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि भाजपा को राजधर्म निभाते हुए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी से निकाल देना चाहिए।
गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, परंतु प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा,शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं।गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं।भाजपा नेतृत्व छोटे से फ़ायदे का मोह छोड़ कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकाल कर राजधर्म निभाए।
— Kailash Satyarthi (@k_satyarthi) May 18, 2019
कैलाश सत्यार्थी ने ट्वीट कर लिखा कि, गोडसे ने गांधी के शरीर की हत्या की थी, परंतु प्रज्ञा जैसे लोग उनकी आत्मा की हत्या के साथ, अहिंसा, शांति, सहिष्णुता और भारत की आत्मा की हत्या कर रहे हैं। गांधी हर सत्ता और राजनीति से ऊपर हैं। भाजपा नेतृत्व छोटे से फायदे का मोह छोड़ कर उन्हें तत्काल पार्टी से निकाल कर राजधर्म निभाए।
गोडसे को कहा था देशभक्त
साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिनों पहले एक सवाल के जवाब में कहा था कि, महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे सबसे बड़े देशभक्ते थे। जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपने गिरेबां में झांककर देखें। हालांकि विवाद बढ़ने पर प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान से माफी मांग ली है।
पीएम मोदी ने जताई नाराजगी
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी नाराजगी जताई है। एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर ने जो बयान दिया है, वह घृणा के लायक है। मैं मन से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।