- चुनाव 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक कराए जाएंगे
- अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सरकार का यह पहला मेजर टेस्ट होगा
डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने रविवार को ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के अध्यक्षों के चुनावों की घोषणा की। जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाने के बाद घाटी में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मौजूदा सुरक्षा स्थिति के लिए यह सरकार का पहला मेजर टेस्ट होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक कराए जाएंगे। वोटों की गिनती भी उसी दिन दोपहर 3 बजे शुरू होगी। नतीजों की घोषणा भी 24 अक्टूबर को ही कर दी जाएगी। राज्य में 316 ब्लॉक में से 310 पर चुनाव होंगे। 316 में से 172 सीटें एससी, एसटी और महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।"
कुमार ने कहा कि "इन चुनावों में पिछले साल चुने गए पंच और सरपंच इन ब्लॉक के लिए बीडीसी चेयरपर्सन चुनेंगे। निर्वाचकों की संख्या 26,629 है और चुनाव बैलेट बॉक्स के माध्यम से होंगे। हर उम्मीदवार अपने चुनावी प्रचार के लिए सिर्फ 2 लाख रुपये खर्च कर सकता है।"
2018 में जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव नौ चरणों में 17 नवंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किए गए थे। पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस सहित कश्मीर की मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों ने चुनावों का बहिष्कार किया था। पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस का शीर्ष नेतृत्व फिलहाल नजरबंद हैं।
ये घोषणा गृह मंत्री अमित शाहके उस बयान के बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर में किसी भी तरह की पाबंदियां नहीं है और यह विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही गलत जानकारी है। बता दें 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को हटा दिया गया था। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया है।
इस महीने की शुरुआत में अमित शाह ने बीडीसी चुनावों को लेकर सरपंचों से बात की थी। बैठक के बाद एक पंचायत सदस्य मीर जुनैद ने कहा था, "गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में प्रत्येक पंच और सरपंच को 2 लाख रुपये का बीमा प्रदान करने का आश्वासन दिया है।"