केरल में बाढ़ से 8316 करोड़ का नुकसान, 20 हजार घर तबाह, 10 हजार KM सड़कें बर्बाद
केरल में बाढ़ से 8316 करोड़ का नुकसान, 20 हजार घर तबाह, 10 हजार KM सड़कें बर्बाद
- इस बीच रविवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रभावित इलाको का हवाई सर्वेक्षण किया।
- केरल में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है।
- गृहमंत्री ने एर्नाकुलम और वायनाड जिले के राहत शिविरों में जाकर लोगों से भी मुलाकात की।
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच रविवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रभावित इलाको का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही गृहमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के.जे. अल्फोंस और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एर्नाकुलम और वायनाड जिले के राहत शिविरों में जाकर लोगों से मुलाकात की। केरल के सीएम पी विजयन ने कहा कि शुरुआती आंकलन के मुताबिक बाढ़ से 8316 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। करीब 20 हजार घर पूरी तरह से तबाह हो गए है और लगभग 10 हजार किलोमीटर की सड़क बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र से तात्कालिक राहत और पुनर्वास के लिए 820 करोड़ रुपये के अतिरिक्त और 400 करोड़ रुपये की मांग की गई है।
In preliminary assessment loss due to floods in Kerala is Rs 8316 crore. Nearly 20,000 houses have been fully damaged and nearly 10,000 km of state PWD roads damaged: CM Pinarayi Vijayan #KeralaFlood (File pic) pic.twitter.com/wZDbEtVHSV
— ANI (@ANI) August 12, 2018
राजनाथ सिंह ने कहा कि बाढ़ आने के बाद केरल राज्य की हालात काफी गंभीर है। मैं राज्य सरकार को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी संसाधन केंद्र सरकार से उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्र इस महत्वपूर्ण समय पर केरल राज्य की जरूरतों के प्रति बेहद संवेदनशील है। उन्होंने कहा, 2018-19 के लिए SDRF के केंद्रीय हिस्से के 80.25 करोड़ रुपये की पहली किस्त पिछले महीने जारी की गई थी। अब 80.25 करोड़ रुपए की SDRF की दूसरी किश्त भी एडवांस में जारी कर दी गई है। राजनाथ सिंह ने कहा अचानक आए इस संकट के कारण केरल के लोगों की पीड़ा को मैं समझता हूं। चूंकि नुकसान के आकलन में कुछ समय लगेगा, इसलिए मैं अतिरिक्त 100 करोड़ रुपये की तत्काल राहत की घोषणा करता हूं।
I understand the suffering of the people of Kerala due to this unprecedented crisis. Since assessment of damages will take some time, I hereby announce immediate relief of additional Rs 100 crores, tweets Home Minister Rajnath Singh #KeralaFloods (file pic) pic.twitter.com/fwxiQ91JQe
— ANI (@ANI) August 12, 2018
Kochi: Home Minister Rajnath Singh met the victims of the flood in Kerala; says "I would like to assure the state government that all resources will be provided from central government to fight this flood situation." #KeralaFloods pic.twitter.com/qCYiTXkAFe
— ANI (@ANI) August 12, 2018
उधर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि केरल में आई बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। हमने फैसला लिया है कि जैसे ही स्थिति सामान्य हो जाती है, बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए पासपोर्ट को बिना किसी चार्ज के बदला जाएगा। उन्होंने प्रभावितों को संबंधित पासपोर्ट केंद्रों से संपर्क करने के लिए कहा।
There are unprecedented floods in Kerala causing huge damage. We"ve decided that as the situation becomes normal,passports damaged on account of floods shall be replaced free of charge.Please contact the concerned Passport Kendras, tweets EAM Sushma Swaraj #KeralaFlood (File pic) pic.twitter.com/2bBdr0drhZ
— ANI (@ANI) August 12, 2018
इससे पहले शनिवार को राज्य के सीएम पी.विजयन ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था। सर्वेक्षण के बाद सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, "केरल भयंकर बाढ़ से गुजर रहा है और आपदा के कारण काफी नुकसान हुआ है। अपने घरों और भूमि को खोनेवाले लोगों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और अपने परिवार के सदस्य को गंवाने वालों को चार लाख रुपये दिए जाएंगे।"
राज्य के ऊर्जा मंत्री एम.एम. मणि ने कहा, "बीती रात से इडुक्की बांध और उसके आसपास बारिश कम हुई है, जिसके कारण बांध का जलस्तर भी कम हो गया है। अभी तक चीजें ठीक रही हैं और सबकुछ योजना के मुताबिक हो रहा है। बाढ़ द्वार के समीप पहुंचे पानी को चेरुथोनी पर रोक लिया गया, जिससे कोई बड़ा संकट खड़ा नहीं हुआ।"
बता दें कि केरल के इडुक्की बांध में रविवार को जलस्तर में गिरावट आई है। बांध का जलस्तर अभी 2,399.28 फीट है। हालांकि एनार्कुलम और त्रिशूर जिलों के कई हिस्से अभी भी जलमग्न हैं। भारतीय सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान राज्य के कन्नूर, वायनाड, इडुक्की, मल्लपुरम और कोझिकोड के इलाकों में हुआ है।