खुद से शादी का ऐलान कर चर्चा में आई गुजरात की क्षमा, जानिए क्या है ये सोलोगेमी का चक्कर और कानूनी मान्यता, क्षमा से पहले ये भी कर चुकी हैं सोलो शादी
मैं ही पति, मैं ही पत्नी खुद से शादी का ऐलान कर चर्चा में आई गुजरात की क्षमा, जानिए क्या है ये सोलोगेमी का चक्कर और कानूनी मान्यता, क्षमा से पहले ये भी कर चुकी हैं सोलो शादी
- नई पीढ़ी के युवा और युवतियां पारंपरिक शादी के में अरूचि दिखा रहे है
डिजिटल डेस्क,भोपाल। जब भी हम शादी की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में आता है शादी यानि एक महिला और एक पुरूष विवाह के बंधन में बंधने जा रहे हैं। और यह रिवायत काफी पुरानी है। दुनिया के हर धर्म में शादी की परंपरा है। जिसमें विवाहित जोड़ा एक दूसरे के साथ जीवन जीने के लिए शादी करते हैं। अब तो दुनिया के कई देशों में तो समलैंगिक शादियों को भी कानूनी मंजूरी मिल चुकी है। वहीं दुनिया के कई देशों में एक और शादी का चलन भी चल पड़ा है जिसमें महिलाएं खुद से ही शादी कर रही हैं। इस तरह के विवाह को सोलो शादी कहते है। भारत में इसकी चर्चा अब फिर तेजी से चल पड़ी हैं। इस तरह की सोलो शादी को सोलोगेमी भी कहा जाता है।
गुजरात की सोलो शादी
दलअसल गुजरात की एक महिला ऐसी ही शादी करने वाली है। जिसके बारे में उसने खुद ही बताया है। 24 साल की क्षमा बिंदू ने TOI से बात करते हुए इस बारे में बताया कि वह खुद से शादी करने वाली है जिसकी तैयारी भी कर रही है। उन्होंने बताया है कि उनकी शादी 11 जून को होनी है वह भी पूरे रीति रीवाज के साथ। इसके साथ ही उन्होंने हनीमून भी प्लान कर लिया है।
इस विवाह में सब कुछ आम शादी की तरह ही होगा विवाह मंडप पर फेरे तो होंगे लेकिन क्षमा के साथ कोई दूल्हा नहीं होगा। माना जा रहा है कि गुजरात में शायद इस तरह की यह पहली सोलो शादी होगी।
क्या होती है सोलो शादी?
इस तरह की शादी वह शादी होती है जिसमें महिलाएं स्वयं के साथ ही विवाह करती है। ऐसी शादी करने वाला शख्स खुद से शादी तो करता है साथ ही स्वयं से प्यार करने का वादा भी करता है। खुद से शादी करने के इस तरह के मामले भले ही अभी कम है लेकिन इनकी संख्या में धीरे धीरे इजाफा हो रहा है।
यह बात भी सच है कि वर्तमान में युवा विवाह के प्रति रूचि नहीं दिखा रहे हैं। इसके पीछे कुछ जानकारों का मानना है कि नई पीढ़ी के युवा और युवतियां पारंपरिक शादी के में अरूचि दिखा रहे है। वह विवाह के बाद आने वाली जिम्मेदारियों और जटिलताओं को इसकी मुख्य वजह मानते हैं।
कब से शुरु हुई सोलो शादी?
बता दें सोलो शादी के ट्रेंड की शुरूआत 2000 के दशक में हुई। उस वक्त मशहूर प्रोटोगोनिस्ट Carrie bradshaw ने इस तरह की शादी का ऐलान करते हुए कहा था कि वह स्वयं के साथ शादी करने जा रहे है। उनके इस फैसले के बाद कई सेलीब्रिटीज ने इस तरह की शादी करने का फैसला लिया। हालांकि इस तरह की शादियों का किसी भी सरकार के पास कोई रिकार्ड नहीं रहता है। कानून के नजरिये से देखें तो इस तरह की शादियों के कानूनी मान्यता नही दी जाती है। 2017 मे विक्टोरिया की मशहूर मॉडल एड्रियाना लीमा ने सोशल मीडिया में अपनी ऑफिशियली शादी के पहले यह बताया था कि उन्होंने भी खुद से शादी की है।