तेज प्रताप का छात्रसंघ संरक्षक पद से इस्तीफा, बोले - 'नादान हैं, मुझे नादान समझने वाले'

तेज प्रताप का छात्रसंघ संरक्षक पद से इस्तीफा, बोले - 'नादान हैं, मुझे नादान समझने वाले'

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-28 13:18 GMT

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व मंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने गुरुवार को पार्टी के छात्रसंघ संरक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया। यादव परिवार में बढ़ती दरार की अटकलों के बीच यह इस्तीफा सामने आया है। तेज प्रताप ने ट्वीट कर कहा, "छात्र राष्ट्रीय जनता दल के संरक्षक के पद से मैं इस्तीफा दे रहा हूं। नादान हैं वो लोग जो मुझे नादान समझते हैं। कौन कितना पानी में है सबकी है खबर मुझे।"

इससे पहले तेज प्रताप यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। ये प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार के दो संसदीय क्षेत्रों शिवहर और जहानाबाद के लिए लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए रखी गई थी। वह अंगेश सिंह और चंद्र प्रकाश को प्रत्याशी घोषित करना चाहते थे, जबकि पार्टी शिवहर से रामा सिंह और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव को खड़ा करना चाहती है। हालांकि, लालू के हस्तक्षेप के बाद तेज प्रताप के तेवर नरम पड़ गए और उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कैंसिल कर दी।

बता दें कि लालू यादव के परिवार में लंबे समय से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। तेज प्रताप ने जहां पहले उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ अनबन के बाद तलाक देने की अर्जी दाखिल की थी तो वही तेज प्रताप की उनके भाई तजस्वी यादव के साथ भी अनबन की खबरें आती रही है। अब छात्रसंघ संरक्षक के पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी पार्टी से किनारा करने की खबरें तेज हो गई है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि तेज प्रताप अपनी नई पार्टी बना सकते हैं। 

बता दें कि लंबी खींचतान के बाद बिहार में महागठबंधन में सीट बंटवारे का ऐलान किया गया था। लालू यादव की पार्टी आरजेडी- 20, कांग्रेस- 9, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी- 5, जीतनराम मांझी की पार्टी हम-3, मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी- 3 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी जबकि सीपीआई (माले) को आरजेडी कोटे से 1 सीट दी गई है।

 

 

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