असम में ट्रेन की चपेट में आने से 6 हाथियों की मौत
असम में ट्रेन की चपेट में आने से 6 हाथियों की मौत
#Elephant herd hit by a speedy train in Sonitpur, Assam. 6 Wild Jumbos (including an unborn) killed on the spot. Many were injured too. This incident has claimed maximum Elephants.
— Hani Jain (@Hani__Jain) December 10, 2017
Only God Can Save our wild creatures! @RailMinIndia @RailNf @narendramodi @mygovindia pic.twitter.com/GFQvVx2v6z
डिजिटल डेस्क, तेजपुर। तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से उत्तरी असम के सोनितपुर जिले में 6 हाथियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये हादसा उस वक्त हुआ जब गुवाहाटी- नाहरलगुन एक्सप्रेस के ड्राइवर ने 30-35 हाथियों के समूह को रेल पटरी पार करते देखा। इमरजेंसी ब्रेक लगाने की कोशिश की गई, लेकिन ट्रेन की रफ्तार तेज होने की वजह से हाथी इसकी चपेट में आ गए।
हादसा देर रात करीब 02.30 बजे हुआ। 15617 गुवाहाटी-नाहरलगून इंटरसिटी एक्सप्रेस की चपेट में 7 हाथी आए थे, जिनमे से पांच हाथियों की मौके पर ही मौत हो गई। पांच हाथियों में से चार फीमेल एलिफेंट थी, जिसमे से एक प्रेंगनेंट भी थी।
हादसे की जगह तेजपुर से लगभग 22 किलोमीटर दूर है। वहीं नमेरी नेशनल पार्क इस जगह से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर है।
नॉर्थन रेंज के चीफ फॉरेस्ट कन्जरवेटर पी. शिवकुमार के अनुसार इस इलाके में लंबे समय से हाथियों को नहीं देखा गया था। क्योंकि ये इलाका एलिफेंट कॉरिडोर नहीं है। तेजपुर में हाथियों का पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
असम के फॉरेस्ट मिनिस्टर प्रमिला रानी ब्रह्मा ने कहा कि यह घटना तब हुई जब पास के रेलवे क्रॉसिंग के गेटमैन ने हाथियों के झुंड को देखकर वहां से चला गया। हाथियों ने गेटमेन के रूम को पूरी तरह से तबाह कर दिया। फॉरेस्ट मिनिस्टर ने कहा कि गेटमेन अगर समय पर इसकी जानकारी रंगापारा स्टेशन मास्टर को दे देता तो ट्रेन को रोका जा सकता था और ये हादसा टल जाता।
खबरों के मुताबिक तेजी से बढ़ रहे अतिक्रमण और जंगलों की कटाई के कारण खाने की तलाश में ये हाथी इस इलाके में आ गए थे। ये भी कहा जा रहा है कि नामेरी नेशनल पार्क से भटके हाथियों को चारिदुआर सर्कल में कुछ दिनों से लगातार अलग-अलग जगहों पर देखा गया है।
वहीं एक हाथी नागांव फॉरेस्ट डिविजन के काफिटोली रिजर्व फोरेस्ट में भी मरा हुआ पाया गया है।