Covid-19: मजदूरों की घर वापसी शुरू, तेलंगाना से 24 कोच वाली स्पेशल ट्रेन झारखंड रवाना
Covid-19: मजदूरों की घर वापसी शुरू, तेलंगाना से 24 कोच वाली स्पेशल ट्रेन झारखंड रवाना
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। रेलवे ने शुक्रवार को तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर एक स्पेशल ट्रेन चलाई है। 1,230 प्रवासी मजदूरों के साथ ये ट्रेन सुबह 4.50 बजे तेलंगाना के लिंगमपल्ली स्टेशन से रवाना हुई। रात 11 बजे ये हटिया पहुंचेगी। इस दौरान यह ट्रेन सिर्फ छह स्टेशनों पर रुकेगी। इस ट्रेन में 24 कोच है। आमतौर पर एक कोच में 72 यात्री सफर कर सकते हैं लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से एक कंपार्टमेंट में केवल 54 लोगों को बैठने की अनुमति दी गई। सभी यात्रियों को बोर्ड करने की अनुमति देने से पहले उनकी कोरोनावायरस के लक्षणों की जांच भी की गई।
गृह मंत्रालय ने जारी की थी गाइडलाइन
इससे पहचले बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे छात्रों, प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों सहित सभी लोगों की आवाजाही की अनुमति दी थी। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है, सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने यहां फंसे लोगों को उनके गृह राज्यों में भेजने और दूसरी जगहों पर फंसे अपने नागरिकों को लाने के लिए स्टैंडर्ड प्रॉटोकॉल तैयार करें। सरकार के इस आदेश के बाद अब हर राज्य दूसरे राज्यों में फंसे अपने नागरिकों को वापस ला सकेंगे और अपने यहां फंसे दूसरे प्रदेशों के नागरिकों को वापस उनके राज्य भेज सकेंगे।
राज्यों के लिए गाइडलाइंस-
-लोगों को उनके गृहराज्य भेजने से पहले उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। अगर उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे तभी उन्हें जाने की अनुमति दी जाएगी।
-राज्य और केंद्रशासित प्रदेश नोडल अथॉरिटीज नामित करेंगे। ये अथॉरिटीज अपने-अपने यहां फंसे लोगों का रजिस्ट्रेशन करेंगे। जिन राज्यों के बीच लोगों को लाना ले जाना है, वहां की अथॉरिटी एक दूसरे से संपर्क कर सड़क मार्ग के जरिए लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करेगी।
-बसों के जरिए लोगों की आवाजाही हो सकेगी। लेकिन बसों को सैनिटाइज करने के बाद उसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के मुताबिक ही लोगों को बैठाया जाएगा।
-इन बसों को किसी भी प्रदेश की सीमा पर प्रवेश करने से नहीं रोका जाएगा और उन्हें गुजरने की अनुमति दी जाएगी।
-डेस्टिनेशन पर पहुंचने के बाद इन लोगों की लोकल हेल्थ अथॉरिटीज की ओर से जांच की जाएगी।
-बाहर से पहुंचे लोगों को घूमने-फिरने की इजाजत नहीं होगी। इन्हें होम क्वॉरंटाइन में ही रहना होगा। अगर जरूरत पड़ती है तो उन्हें अस्पतालों या स्वास्थ्य केंद्रों में भी भर्ती किया जा सकता है। समय-समय पर इनकी जांच भी होती रहेगी।
-एक जगह से दूसरी जगह पहुंचे लोगों को आरोग्य सेतु का इस्तेमाल करना होगा ताकि उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके।