NCB Action: एनसीबी की बड़ी कार्रवाई, गुजरात के बाद दिल्ली में पकड़ी करोड़ों की ड्रग्स, दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
- ड्रग्स के खिलाफ एनसीबी की कार्रवाई लगातार जारी
- गुजरात के बाद दिल्ली से पकड़ी ड्रग्स की बड़ी खेप
- मामले दो लोगों की हुई गिरफ्तारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में 82.53 किलोग्राम की ड्रग्स (कोकीन) जब्त की है। इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत करीब 900 करोड़ रुपये बताई जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई देश को ड्रग्स मुक्त बनाने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने इसके लिए एनसीबी को बधाई दी।
गृह मंत्री ने बताया कि ड्रग्स को खेप तक पहुंचने के लिए जांच एजेंसी ने एक 'बॉटम-टू-टॉप' अप्रोच अपनाई। जब दिल्ली के एक कोरियर सेंटर से थोड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई तो उसे आधार बनाकर पूरे नेटवर्क का भांडाफोड़ किया गया। एनसीबी के अधिकारियों के मुताबिक, ड्रग्स की यह खेप दिल्ली से ऑस्ट्रेलिया भेजी जानी थी और इसका मुख्य सरगना दुबई में बैठा एक बड़ा हवाला कारोबारी है, जिसका दिल्ली में खासा दबदबा बताया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि जब्त किए गए ड्रग्स को तस्करी की कुछ मात्रा को कूरियर/छोटी कार्गो सेवाओं के जरिये से ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। इस मामले में शामिल लोग मुख्य रूप से 'हवाला ऑपरेटर' हैं और एक-दूसरे के लिए गुमनाम हैं।
दो लोग गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की है। जिनका नाम लोकेश चोपड़ा और अवधेश यादव बताया जा रहा है। ये ड्रग्स की खेप को पहले अहमदाबाद फिर वहां से सोनीपत के रास्ते दिल्ली लाए थे। ड्रग्स की इस बरामदी को भारत की अब तक की सबसे बड़ी लैंड बेस्ड ड्रग्स की जब्ती है।
गुजरात से 2 हजार करोड़ की ड्रग्स जब्त
इससे पहले शुक्रवार को ही एनसीबी, भारतीय नौसेना और गुजरात पुलिस की एटीएस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस संयुक्त ऑपरेशन में भारतीय समुद्री सामा में करीब 700 किलो मेथ ड्रग्स की खेप जब्त हुई है। इस दौरान 8 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक, ये सभी आरोपी अपने आप को ईरानी नागिरक बात रहे हैं। इस ड्रग्स की कीमत लगभग 2000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
बता दें, भारतीय समुद्र सीमा में बीते कई दिनों से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 'सागर मंथन' नाम से ऑपरेशन की शुरुआत की थी। इस ऑपरेशन को शुरू करने के पीछे का उद्देश्य भारत में ड्रग्स की तस्करी का पता लगाना था। हाालंकि, पहले भी कई बार ऑपरेशन सागर मंथन में नारकोटिक्स की टीम ने कई किलो ड्रग्स की खेप जब्त की थी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बताया कि इस ऑपरेशन के तहत भारत में समुद्री रास्ते से ड्रग्स की तस्करी पर बैन लगाना है। एनसीबी ने बताया कि एक बिना रजिस्टर और ऑसटोमैटिक आइडेंटिफिकेशन सिस्टम (एआईएस) वाला जहाज नशीले पदार्थ लेकर भारतीय समुद्री सीमा में प्रवेश करने जा रहा है। इस इनपुट के तुरंत बाद "सागर-मंथन - 4" नाम से ऑपरेशन चलाया गया। इस जहाज को पकड़ने में भारतीय नौसेना 4 ने समुद्री सर्च ऑपरेशन के तहत शुरू किया था। इस ऑपरेशन को 15 नवंबर 2024 को चलाया था। इस ऑपरेशन में विदेशी नारकोटिक्स एजेंसियों की सहायता ली जा रही है। जिससे ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े तार के बारे में जानकारी हासिल की जाए।