दिल्ली नहीं, उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का लखनऊ में ही इलाज चाहते हैं परिजन
दिल्ली नहीं, उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता का लखनऊ में ही इलाज चाहते हैं परिजन
- वकील को वेंटिलेटर से हटाया
- लेकिन ऑक्सीजन सपोर्ट पर
- वेंटिलेटर पर है पीड़िता
- लेकिन हालत स्थिर
लखनऊ, आईएएनएस। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की मां ने शुक्रवार को कहा कि वह लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) अस्पताल में हो रहे पीड़िता के उपचार से खुश हैं और नहीं चाहतीं कि उनकी बेटी को चिकित्सा के लिए अब दिल्ली ले जाया जाए। सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा था कि यदि 19 वर्षीय दुष्कर्म पीड़िता का परिवार चाहे, तो बेहतर चिकित्सा के लिए उसे लखनऊ के अस्पताल से दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) स्थानांतरित किया जा सकता है।
केजीएमयू अस्पताल ने शुक्रवार दोपहर अपने मेडिकल बुलिटन में कहा कि दुष्कर्म पीड़िता और उसके वकील की हालत स्थिर बनी हुई है। बुलिटन में कहा गया है कि वकील को वेंटिलेटर (जीवन रक्षक प्रणाली) से हटा दिया गया है, लेकिन वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। दुष्कर्म पीड़िता की हालत स्थिर है और वह अभी भी वेंटिलेटर पर है। उसे गुरुवार रात से बुखार है।
दुष्कर्म पीड़िता की मां ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ लखनऊ से ही लड़ाई लड़ना चाहती हैं। उन्होंने कहा, मामले को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया है और यह ठीक है, लेकिन मैं सेंगर के खिलाफ लखनऊ से ही लड़ाई लड़ना चाहूंगी। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, रायबरेली की जेल में बंद पीड़िता के चाचा को भी दिल्ली की तिहाड़ जेल में स्थानांतरित किया जा रहा है।