वेल्लोर में चुनाव रद्द, पूर्वी त्रिपुरा में मतदान 18 की जगह 23 अप्रैल को
वेल्लोर में चुनाव रद्द, पूर्वी त्रिपुरा में मतदान 18 की जगह 23 अप्रैल को
- इसके अलावा पूर्वी त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान को 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है।
- चुनाव आयोग की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को वेल्लोर में मतदान रद्द कर दिया।
- वेल्लोर पहली लोकसभा सीट बन गई है जहां चुनावों ने धन शक्ति के दुरुपयोग पर मतदान रद्द किया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनाव आयोग की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को वेल्लोर में मतदान रद्द कर दिया। वेल्लोर पहली लोकसभा सीट बन गई है जहां चुनावों में धन शक्ति के दुरुपयोग के बाद मतदान रद्द किया गया है। इसके अलावा पूर्वी त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र में मतदान को 18 अप्रैल से 23 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है।
वेल्लोर में तमिलनाडु के बाकी हिस्सों के साथ 18 अप्रैल को चुनाव होना था। लेकिन पिछले दो सप्ताह में डीएमके नेताओं से भारी नकदी बरामदगी के बाद चुनाव आयोग ने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए धन शक्ति के संदिग्ध उपयोग का हवाला देते हुए वेल्लोर में चुनाव रद्द करने की सिफारिश राष्ट्रपति से की थी। जिसके बाद मंगलवार को वोटिंग रद्द कर दी गई।
29 मार्च को वेल्लोर में DMK के दिग्गज नेता और पार्टी कोषाध्यक्ष दुरिमुरुगन के बेटे काथिर आनंद के घर के परिसर से नकदी जब्त की गई थी। इसके बाद 1 अप्रैल को इस जानकारी के आधार पर कि दुरीमुरुगन परिवार के स्वामित्व वाले एक कॉलेज के गोदाम से अवैध नकदी को वेल्लोर के एक सीमेंट वेयरहाउस में ले जाया जा रहा है, दूसरी IT रेड डाली गई। इस रेड में 11.53 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
जबकि आनंद जो वेल्लोर लोकसभा क्षेत्र में डीएमके के उम्मीदवार हैं के निवास पर सर्च में लगभग 19 लाख रुपये की जब्ती हुई। आधिकारिक जांच में बाद पाया गया कि इसमें से 10.50 लाख रुपये अतिरिक्त या बेहिसाब नकदी थी। आईटी रेड के बाद 10 अप्रैल को तमिलनाडु पुलिस ने डीएमके और दुरईमुर्गन परिवार से कथित संबंधों को लेकर सीमेंट गोदाम और दामोदरन के मालिक पूनजोलई श्रीनिवासन, आनंद और दो अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। बेहिसाब नकदी, ड्रग्स, शराब, कीमती धातु और फ्रीबीज की कुल जब्ती, जिसका उद्देश्य मतदाताओं को प्रभावित करना है 2,550 करोड़ रुपये है। जिसमें सबसे अधिक 499 करोड़ रुपये तमिलनाडु से है।
2017 में EC ने तमिलनाडु के डॉ राधाकृष्णन नगर विधानसभा सीट पर दो बार चुनाव करवाया था। अप्रैल 2016 में तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के दौरान AIADMK के करीबी व्यक्तियों से संबंधित साइटों से करोड़ों की नकदी मिलने के बाद चुनाव आयोग ने अरवाकुरीची और तंजावुर में मतदान स्थगित कर दिया था। 2012 में झारखंड की दो राज्यसभा सीटों के चुनावों को इसी कारण से रद्द कर दिया गया था।