SSC पेपर लीक का मास्टरमाइंड हरपाल अरेस्ट, 9 मई तक पुलिस हिरासत में
SSC पेपर लीक का मास्टरमाइंड हरपाल अरेस्ट, 9 मई तक पुलिस हिरासत में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एसएससी पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार को मास्टरमाइंड हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि ये हरियाणा का रहने वाला है और दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग में अपर डिविजनल क्लर्क (यूडीसी) है। वहीं हरपाल का साले को भी चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि एसएससी पेपर लीक का खुलासा होने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया था। इसके बाद एसएससी ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को शिकायत दी थी। अब तक इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कंप्यूटर को रिमोट पर लेकर चीटिंग
जानकारी के मुताबिक करीब तीन साल पहले हरपाल ने एसएससी की ऑनलाइन परीक्षा में नकल करवाने के लिए कंप्यूटर लैब संचालकों के साथ मिलकर गिरोह बनाया था। जिस कंप्यूटर लैब में एसएससी की परीक्षा होती थी वहां के संचालक हरपाल के खास थे। गिरोह के सदस्य कई कंप्यूटर सिस्टम में विंडो शेयरिंग एप डाउनलोड कर उसके जरिये परीक्षा केंद्रों पर बैठे परीक्षार्थियों के कंप्यूटर को रिमोट पर लेकर नकल कराते थे। इसके लिए वह कंप्यूटर लैब संचालकों को 50 हजार रुपए देते थे जबकि गिरोह का सरगना इसके लिए हर एक प्रतिभागी से 10 लाख रुपए लेता था।
9 मई तक पुलिस हिरासत में आरोपी
इस मामले में क्राइम ब्रांच पहले लैब के मालिक दुर्रेज अली, कुशल नेगी, नीरज और अनूप राव को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं उत्तरी जिला पुलिस ने चार आरोपी परमजीत सिंह, अजय कुमार, सोनू कुमार और गौरव नायर को दबोचा था। बाद में क्राइम ब्रांच ने एक अन्य युवक को भी गिरफ्तार किया था, जिसकी निशानदेही पर हरपाल को पकड़ा गया है। अदालत ने उसे 9 मई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। एसएससी पेपर लीक का मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट में इस घोटाले की जांच के लिए एक जनहित याचिका दायर की गई थी। याचिका में कहा गया था कि पेपर लीक के पीछे साजिश की जांच एसआईटी या सीबीआई से कराई जाए।
पेपर लीक को लेकर किया था प्रदर्शन
बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में हजारों स्टूडेंट्स ने दिल्ली में SSC ऑफिस के बाहर पेपर लीक के मामले में विरोध प्रदर्शन किया था। स्टूडेंट्स पेपर लीक की जांच CBI से कराने की मांग में प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी मांग मान ली थी। स्टूडेंट्स का कहना था कि 17 फरवरी को दिल्ली के एक सेंटर में SSC का एग्जाम हुआ था और 22 फरवरी को भी एक एग्जाम हुआ था। इन्हीं एग्जाम्स में स्टूडेंट्स ने पेपर लीक का आरोप लगाया था।