यूरोपियन यूनियन के ग्रीन पास लिस्ट में कोवीशील्ड शामिल नहीं, पूनावाला बोले- मामला जल्द सुलझ जाएगा

यूरोपियन यूनियन के ग्रीन पास लिस्ट में कोवीशील्ड शामिल नहीं, पूनावाला बोले- मामला जल्द सुलझ जाएगा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-28 14:32 GMT
यूरोपियन यूनियन के ग्रीन पास लिस्ट में कोवीशील्ड शामिल नहीं, पूनावाला बोले- मामला जल्द सुलझ जाएगा
हाईलाइट
  • मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं
  • मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा
  • कोवीशील्ड वैक्सीन को ईयू के ग्रीन पास में शामिल नहीं किए जाने पर बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला का कोवीशील्ड वैक्सीन को यूरोपियन यूनियन के ग्रीन पास में शामिल नहीं किए जाने को लेकर बयान आया है। पूनावाला ने कहा, मुझे एहसास है कि कोविशील्ड लेने वाले बहुत से भारतीयों को यूरोपीय यूनियन की यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि इस मामले को सुलझाने के लिए मैंने इसे हाईएस्ट लेवल पर देशों के रेगुलेटर और डिप्लोमेटिक दोनों लेवल पर उठाया है। उम्मीद करता हूं कि इसे जल्द हल कर लिया जाएगा।

बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन को भारत में सीरम इस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोवीशील्ड नाम से बना रहा है। यूरोपियन मेडिकल एजेंसी (EMA) से इसे अभी तक मान्यता नहीं मिली है जिस वजह से इस वैक्सीन को ग्रीन पास लिस्ट में शामिल नहीं किया है। यूरोपियन यूनियन के देशों में  हैसल फ्री ट्रैवल के लिए "ग्रीन पास" लॉन्च किया गया है। केवल यूरोपियन मेडिकल एजेंसी से मान्यता प्राप्त वैक्सीन वाले लोग ही इस डिजिटल पासपोर्ट को क्लेम कर सकते हैं। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, डिजिटल पासपोर्ट योजना केवल इंट्रा-ईयू ट्रैवल के लिए है, न कि विदेश से यात्रा करने वाले लोगों के लिए।

एस्ट्राजेनेका की इसी वैक्सीन को यूनाइटेड किंगडम और यूरोप में वैक्सजेवरिया के नाम से बनाया जाता है। इसे यूरोपियन मेडिकल एजेंसी द्वारा अधिकृत किया जा चुका है। ऐसे में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के यूरोपीय वर्जन के प्राप्तकर्ता "ग्रीन पास" के लिए आवेदन कर सकेंगे। यूरोपियन मेडिकल एजेंसी ने अभी तक केवल चार वैक्सीन को अधिकृत किया है। इनमें बायोएनटेक-फाइजर की कॉमिरनाटी, मॉडर्ना, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सजेवरिया और जॉनसन एंड जॉनसन की जेनसन। हालांकि राज्यों को अन्य टीकों को भी स्वीकार करने की अनुमति है।

केवल आइसलैंड ने डब्ल्यूएचओ-मान्यता प्राप्त टीकों के साथ वैक्सीनेशन करने वाले किसी भी व्यक्ति को अपने देश में वेलकम करने का निर्णय लिया है। यह ट्रैवलर्स के लिए लिए अपनी सीमाएं खोलने वाला पहला देश भी है। इस बीच, फ्रांस ने यूरोपीय संघ के नक्शेकदम पर चलते हुए कहा कि केवल ईएमए-अप्रूव्ड वैक्सीन को देश में प्रवेश करने की अनुमति होगी। वहां रूस और भारतीय निर्मित वैक्सीन के डोज लेने वालों को अनुमति नहीं दी गई है। यहां हम आपको ये भी बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ग्लोबल यूज के लिए कोवीशील्ड को मान्यता दे चुका है।

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