ऐसे कैसे जीतेंगे जंग: देश में कोरोना वॉरियर्स पर हो रहे हमले, यूपी-बिहार में पुलिस और मेडिकल टीम पर पथराव और फायरिंग, कई घायल
ऐसे कैसे जीतेंगे जंग: देश में कोरोना वॉरियर्स पर हो रहे हमले, यूपी-बिहार में पुलिस और मेडिकल टीम पर पथराव और फायरिंग, कई घायल
डिजिटल डेस्क, लखनऊ/औरंगाबाद/मोतिहारी। एक ओर जहां पूरा देश एकजुटता के साथ कोरोना वायरस महामारी के साथ जंग लड़ रहा है। तो वहीं कुछ आसामाजिक तत्व सरकार और आमजन के प्रयासों को विफल करने पर उतारू हैं। देश में आए दिन कोरोना वॉरियर्स पर हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं। बुधवार को भी उत्तर प्रदेश और बिहार के शहरों में ऐसी ही घटनाएं सामने आई हैं। बता दें कि ऐसी ही घटना मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में भी हो चुकी हैं।
उत्तरप्रदेश: मुरादाबाद में स्वास्थ्य टीम और पुलिस पर पथराव, कई घायल
पहली घटना उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले में सामने आई। यहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति के परिवार को क्वारंटीन करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। हमले में डॉक्टर, एंबुलेंस चालक समेत कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। घटना के बाद पुलिस ने 8 महिलाओं सहित कई लोगों को हिरासत में लिया है।
मृतक के परिवार को क्वारंटीन करने गई थी टीम
मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नागफनी थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट में दो दिन पहले यहां कोरोना पॉजिटिव कारोबारी की मौत हो गई थी। इसके बाद बुधवार दोपहर को मेडिकल टीम पुलिस को साथ लेकर उसके परिवार और आस-पड़ोस के सदस्यों को क्वारंटीन करने गई पहुंची। इसी दौरान पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर महिलाओं और कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही अधिकारी पहुंच गए। हालांकि हमले उसके बाद भी होते रहे। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
डॉक्टर और एम्बुलेंस ड्राइवर की हालत गंभीर
बताया जा रहा है कि हमले में घायल डॉक्टर और एंबुलेंस चालक की हालत गंभीर बनी हुई है। नागफनी थाना प्रभारी और उनके साथियों को भी कई पत्थर लगे हैं। पथराव में एबुलेंस और पुलिस जीप भी क्षतिग्रस्त हो गई है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मुरादाबाद में पुलिस, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 15, 2020
ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इलाके में 53 लोगों की सैंपलिंग की, 17 पॉजिटिव निकले
बताया दें कि नागफनी थाना क्षेत्र के नवाबपुरा निवासी एक पीतल कारोबारी की दो दिन पहले तीर्थंकर मेडिकल विश्वविद्यालय अस्पताल में मौत हो गई थी। मृत व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने परिवार और आस-पास के 53 लोगों की सैंपलिंग की, जिसमें से 17 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
बिहार: मोतिहारी, औरंगाबाद में पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला
सरी घटना बिहार के पूर्वी चंपारण और औरंगाबाद जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में सामने आईं।यहां ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समेत कई पुलिसकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों को चोटें आई हैं।
एसडीपीओ और पुलिस के जवान घायल हुए
औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक दीपक वर्णवाल ने बताया कि कोरोना वायरस से संदिग्ध एक व्यक्ति के आने की सूचना मिलने के बाद गोह थाना क्षेत्र के एकौनी गांव में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस की एक टीम गांव पहुंची थी। इसी दौरान ग्रामीणों ने स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों की टीम पर हमला बोल दिया। इस हमले में अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राजकुमार तिवारी और उनके साथ मौजूद पुलिस के जवान घायल हो गए।
44 लोगों को हिरासत में लिया गया
उन्होंने बताया कि इस घटना में चिकित्सकों को भी चोटें आई हैं। वर्णवाल के मुताबिक घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 44 लोगों को हिरासत में लिया है तथा पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पूर्वी चंपारण में हेल्थ मैनेजर सहित 5 घायल
इधर, पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जागरुकता फैलाने पहुंचे प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। घटना में पांच लोग जख्मी हो गए। इस घटना में प्रखंड विकास पदाधिकारी और हेल्थ मैनेजर को भी चोटें आई हैं।
लोगों को जागरुक करने पहुंची थी टीम
पुलिस के मुताबिक हरसिद्धि के प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार पूरी टीम के साथ जागापाकड़ गांव के महादलित टोला में कोरोना संक्रमण के रोकथाम व उससे बचाव को लेकर जागरूक करने के लिए पहुंचे थे। इसी क्रम में लोग दुकान खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की बात करने लगे और अधिाकरियों से उलझ गए। कुमार ने इसकी सूचना अरेराज एसडीओ धीरेंद्र मिश्रा को दी। एसडीओ पुलिसकर्मियों को लेकर पहुंचे।
एसडीओ ने बताया कि हरसिद्धि बीडीओ कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक करने गए थे। जहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से इंकार करते हुए बीडीओ और मेडिकल टीम पर हमला कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे और उग्र ग्रामीणों के चंगुल से सुरक्षित निकालकर ले आए। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के हमले में हेल्थ मैनेजर सहित पांच लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।