पहली बार हुई कलर कोडिंग, सुविधाओं को आसानी से पहचान करने में मिलेगी मदद
माघ मेले पहली बार हुई कलर कोडिंग, सुविधाओं को आसानी से पहचान करने में मिलेगी मदद
- श्रद्धालु आसानी से गुमशुदगी की दिशा और दूरी का पता लगा सकेंगे
डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पहली बार मेला टाउनशिप में विभिन्न सुविधाओं की आसानी से पहचान के लिए कलर कोडिंग की है। तीर्थयात्रियों को उनकी पहचान करने में मदद करने के लिए पुलिस स्टेशनों, शौचालयों, खोए और पाए गए केंद्रों में विशिष्ट रंग के टेंट या गुब्बारे होंगे।
इन गुब्बारों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जिस जगह पर दिया गया गुब्बारा हवा में तैर रहा होगा, उसका ब्योरा बड़े, मोटे अक्षरों में लिखा होगा। माघ मेला के अधिकारी शेषमणि पांडे ने कहा कि इन स्थानों पर उड़ते गुब्बारों में थानों और खोया पाया केंद्रों का विवरण लिखा होगा। इससे श्रद्धालु आसानी से गुमशुदगी की दिशा और दूरी का पता लगा सकेंगे।
इसी तरह की व्यवस्था शौचालयों की पहचान के लिए भी की गई है। जबकि इन सुविधाओं के लिए लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए गुब्बारों का भी इस्तेमाल किया जाएगा और रात में पहचान के लिए रंगीन रोशनी का इस्तेमाल किया जाएगा।
अधिकारियों ने इस बार अलमारी की भी व्यवस्था की है जहां तीर्थयात्री अपना सामान रख सकते हैं। वार्षिक माघ मेला शुक्रवार को प्रयागराज में शुरू हुआ, और 1 मार्च तक चलेगा। धार्मिक मण्डली लाखों हिंदू भक्तों, संतों और संतों को आकर्षित करती है जो इस अवधि के दौरान नदी के तट पर डेरा डालते हैं।
(आईएएनएस)