'गलत काम, पिछले जन्म के पाप के कारण होती हैं कैंसर जैसी बीमारियां'

'गलत काम, पिछले जन्म के पाप के कारण होती हैं कैंसर जैसी बीमारियां'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-23 01:16 GMT
'गलत काम, पिछले जन्म के पाप के कारण होती हैं कैंसर जैसी बीमारियां'

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। देश एक तरफ कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने के उपाय ढूंढ रहा है। ये बीमारी कैसे होती है इस पर रिसर्च की जा रही है। वहीं दूसरी तरफ असम के स्वास्थ्य मंत्री इस बीमारी को दैवीय प्रकोप बता रहे हैं। सूबे की बीजेपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने कैंसर जैसी घातक बीमारियों को लेकर यह अजीबोगरीब बयान दिया है। उनका कहना है कि पहले किए हुए गलत कामों के कारण ही कैंसर जैसी घातक बीमारियों को झेलना पड़ता है।

गौरतलब है कि अध्यापकों को ज्वाइनिंग लेटर देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में मंत्री जी ने भाषण देते समय कहा कि "जब कोई भी मनुष्य पाप करता है तो ईश्वर उसे उसके गुनाहों की सजा अवश्य देता है। बहुत बार आप लोगों ने सुना होगा कि किसी युवा को कैंसर हो गया या फिर कोई दुर्घटना का शिकार हो गया। अगर हम इन घटनाओं का कारण जानेंगे तो पाएंगे कि दैवीय न्याय के कारण ऐसा हुआ है।" सरमा  ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए कहा कि, कोई जरूरी नहीं कि जो सजा हमें मिली रही हो वो हमारी ही गलती की ही है। कई बार संभव है कि शायद माता-पिता कोई गलती करें और बदले में सजा बच्चों को मिल जाए। अब गलती कोई भी करे ईश्वर के न्याय से बच नहीं सकता है। उसका परिणाम भुगतना पड़ता ही है। गीता और बाइबल में भी इसका जिक्र है कि हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती है।" 

पी चिदंबरम ने साधा निशाना

 


स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान की कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने बुधवार को कड़ी निंदा की। उन्होंने बिस्व सरमा  और बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि, "असम के मंत्री कहते हैं कि कैंसर पापों के लिए ईश्वर का इंसाफ है। व्यक्ति के दल बदलने से यही होता है।" आपकों बता दें कि कांग्रेस में रह चुके हेमंत बिस्व सरमा पिछले साल चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे।

हालांकि चिदंबरम के इस हमले पर सरमा ने ट्वीट कर जवाब दिया है। उन्होंने चिदंबरम से पूछा है कि उन्होंने कब कांग्रेस जॉइन की। वो भी तो पहले तमिल मनीला कांग्रेस में थे। "पिडी" ऐसे लोगों को पसंद करता है। 

 

 

कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया की तीखी प्रतिक्रिया


कांग्रेस नेता देबब्रत सैकिया ने हेमंत बिस्व सरमा के इस फिजूल बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा, "स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से पीड़ित लोगों की भावनाओं को दुख पहुंचाने जैसा है। मंत्री को अपने इस बयान पर सार्वजनिक रूप से मांफी मांगनी चाहिए।" उधर, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता अमीनुल इस्लाम ने कहा कि सरकार कैंसर जैसी बीमारियों की रोकथाम में कुछ कर नहीं पा रही है। यही वजह है कि स्वास्थ्य मंत्री अपनी नाकामी को छिपाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। 

उधर, कैंसर पीड़ित मरीजों ने भी स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मरीजों ने कहा कि यह बहुद दुखद है कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इन बीमारियों के बारे में इस तरह का बयान दे रहे हैं जिनके कारण वैज्ञानिक रूप से स्पष्ट हैं। 

सामने आया सरमा का पुराना ट्वीट

हेमंत बिस्व सरमा के इस बयान के बाद उनका 2010 का एक ट्वीट सुर्खियों में है, जिसमें उन्होंने अपने पिता को कैंसर होने की बात लिखी है।
 

 

 

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