साबरमती आश्रम पहुंचे बोरिस जॉनसन, चरखे पर कताई में आजमाया हाथ
गुजरात साबरमती आश्रम पहुंचे बोरिस जॉनसन, चरखे पर कताई में आजमाया हाथ
- कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा पर गुरुवार सुबह गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम का दौरा किया और चरखा कताई में हाथ आजमाया।
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, शिक्षा मंत्री जीतू वघानी, प्रोटोकॉल मंत्री जगदीश विश्वकर्मा और गुजरात सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने अहमदाबाद हवाईअड्डे पर ब्रिटिश पीएम की अगवानी की।
जॉनसन का हवाईअड्डे से शहर के एक होटल तक चार किलोमीटर के रास्ते में नाचने वालों और संगीतकारों के साथ भव्य स्वागत किया गया। जॉनसन ने अपने दौरे की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य में महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम से की, जहां उन्होंने लगभग 30 मिनट बिताए। उन्होंने चरखे की कताई में भी हाथ आजमाया।
बाद में उनकी मुलाकात शहर के अरबपति गौतम अदाणी से हुई। दोनों के बीच यह मुलाकात अहमदाबाद के शांतिग्राम स्थित अदाणी ग्रुप के मुख्यालय में हुई। जॉनसन का पारंपरिक स्वागत किया गया। बोरिस जॉनसन और गौतम अदाणी के बीच ऊर्जा संक्रमण, जलवायु कार्रवाई, एयरोस्पेस और रक्षा प्रौद्योगिकी और मानव पूंजी के क्षेत्र में विकास सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
अदाणी ने ब्रिटिश पीएम से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, गुजरात का दौरा करने वाले पहले यूके पीएम बोरिस जॉनसन की अदाणी मुख्यालय में मेजबानी कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। अक्षय ऊर्जा, ग्रीन एच2 और नई ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ जलवायु और स्थिरता एजेंडा का उन्होंने समर्थन किया, जिससे प्रसन्नता हुई। रक्षा और सह-निर्माण के लिए एयरोस्पेस टेक्नोलॉजीज यूके की कंपनियों के साथ भी काम करेगा।
इसके बाद बोरिस जॉनसन ने हलोल संयंत्र में जेसीबी मशीनों के निर्माण के लिए ब्रिटेन के एक प्रमुख समूह द्वारा स्थापित एक नए कारखाने का उद्घाटन किया। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ हलोल पहुंचे। जॉनसन ने नए उद्घाटन संयंत्र में 4 गुणा 4 बुलडोजर पर चढ़ने से पहले संयंत्र के कर्मचारियों के साथ बातचीत भी की।
इसके बाद उन्होंने गांधीनगर में निर्माणाधीन गुजरात बायोटेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के परिसर का दौरा किया, क्योंकि इस विश्वविद्यालय को ब्रिटेन के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय का सहयोग मिल रहा है। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री भी थे। अपनी गुजरात यात्रा समाप्त करने से पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने गांधीनगर में स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया।
(आईएएनएस)