Delhi: ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां कोरोना पॉजिटिव, लक्षणों के बाद से मैक्स अस्पताल में हैं भर्ती
Delhi: ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां कोरोना पॉजिटिव, लक्षणों के बाद से मैक्स अस्पताल में हैं भर्ती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी मां माधवी राजे सिंधिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। गले में खराश और बुखार की शिकायत के बाद उन्हें 4 दिन पहले दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज उनके कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आई है। अब दोनों के संपर्क में आए लोगों को क्वारनटीन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही कोरोना के सोर्स की तलाश की जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान और दिग्विजय सिंह सहित अनेक नेताओं ने उनके स्वस्थ होने की कामना की है।
श्री @JM_Scindia जी, पूज्य माताजी और आपके अस्वस्थ होने का समाचार मिला। ईश्वर से आपके और माताजी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 9, 2020
ज्योतिरादित्य सिंधिया जी व आदरणीय राजमाता साहब के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रभु से प्रार्थना करता हूँ। https://t.co/g7qp3R8lFw
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 9, 2020
राज्यसभा चुनाव के नामांकन के बाद से दिल्ली में थे सिंधिया
भाजपा की ओर से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल से दिल्ली चले गए थे। इसके बाद वे लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में ही थे। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद ग्वालियर में उनके क्षेत्र में समर्थक उनके आने की प्रतीक्षा में थे।
सीएम केजरीवाल का भी कोरोना टेस्ट किया गया
इससे पहले कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत खराब होने की जानकारी सामने आई थी। सीएम केजरीवाल को बुखार और गले में खराश की शिकायत थी।इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी। आज सुबह कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए सीएम केजरीवाल का सैंपल भी लिया गया है।
दिल्ली में तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण
बता दें कि दिल्ली में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के मुताबिक, दिल्ली में 15 जून तक 44 हजार मामले होंगे और 6,600 बेड की आवश्यकता होगी। 30 जून तक 1 लाख तक मामले पहुंच जाएंगे और 15 हजार बेड की आवश्यकता होगी। 15 जुलाई तक 2.25 लाख मामले होंगे इसके लिए 33 हजार बेड की जरूरत होगी। 31 जुलाई तक 5.5 लाख मामलों की उम्मीद है और 80 हजार बेड की जरूरत होगी।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली सरकार ने दिल्ली में सिर्फ दिल्ली के लोगों के इलाज का फैसला लिया था। इसका पलटा जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, बैठक में मैंने दिल्ली के अस्पतालों को सभी मरीजों के लिए खोलने का मामला उठाया और एलजी से इस पर सवाल भी पूछा कि, सरकार के फैसले को क्यों पलटा गया। इस पर राज्यपाल कोई जवाब नहीं दे पाए। सिसोदिया ने कहा, एलजी के फैसले से दिल्लीवालों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है।