गुजरात के राज्यसभा चुनावों में फिर 'हाईवोल्टेज ड्रामा', 4 सीटों पर 6 उम्मीदवार

गुजरात के राज्यसभा चुनावों में फिर 'हाईवोल्टेज ड्रामा', 4 सीटों पर 6 उम्मीदवार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-13 06:53 GMT
गुजरात के राज्यसभा चुनावों में फिर 'हाईवोल्टेज ड्रामा', 4 सीटों पर 6 उम्मीदवार

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात में पिछले साल अगस्त में हुए राज्यसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही एक सीट के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। उस वक्त 3 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हुए, जिनमें से एक सीट पर कांग्रेस के अहमद पटेल उम्मीदवार थे। इन चुनावों में बीजेपी ने अहमद पटेल के खिलाफ बलवंत सिंह राजपूत को खड़ा कर दिया, जिससे पूरा चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया। क्रॉस वोटिंग से बचने के लिए कांग्रेस को अपने विधायकों को बैंगलुरु में छिपाना पड़ा था। हालांकि आखिरकार अहमद पटेल ने ये सीट जीत ली, वो भी सिर्फ आधे वोट से। अब एक बार फिर से गुजरात की 3 राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव बीजेपी-कांग्रेस के लिए साख का सवाल बन गए हैं। राज्य की 4 राज्यसभा सीटों के लिए दोनों ही पार्टियों ने 3-3 उम्मीदवार उतार दिए हैं, जिससे मुकाबला रोचक हो गया है। जो चाल पिछले चुनावों में बीजेपी ने चली थी, वही चाल इस बार कांग्रेस ने चल दी और एक निर्दलीय उम्मीदवार उतार दिया।

4 सीटों पर होने हैं राज्यसभा चुनाव

हाल ही हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने गुजरात में 99 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस ने 77 सीटों पर कब्जा किया था। इतनी कम सीटें जीतने के बाद राज्य में बीजेपी की ताकत कम हो गई और कांग्रेस की बढ़ गई। विधानसभा चुनावों के बाद गुजरात के राज्यसभा सांसद अरुण जेटली यूपी में चले गए, जबकि शंकर वैगड़ ने साफ कर दिया कि वो चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। इन दो सीटों समेत गुजरात से 4 राज्यसभा सीटों के लिए 23 मार्च को चुनाव होंगे। इसके लिए 12 मार्च तक नॉमिनेशन फाइल करना था और सोमवार को इसका आखिरी दिन था। आखिरी दिन के आखिरी ही मिनटों में बीजेपी-कांग्रेस ने एक-एक उम्मीदवार और उतार दिया, जिससे राज्यसभा चुनाव बहुत रोचक हो गया। बता दें कि ये चारों सीटें अभी तक बीजेपी के पास थीं, लेकिन विधानसभा चुनावों में सीटें कम होने से इस बार बीजेपी के खाते में सिर्फ 2 ही सीटें जाती दिखाई दे रही हैं।

बीजेपी की तरफ से कौन है उम्मीदवार?

1.    मनसुख मांडविया - सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री, और शिपिंग, रसायन और उर्वरक
2.    पुरुषोत्तम रुपाला - पंचायती राज, कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री 
3.    किरीटसिंह राणा -  पूर्व गुजरात मंत्री
4.    रजनी पटेल ने पूर्व गृह मंत्री ( बैक अप के उम्मीदवार)

कांग्रेस की तरफ से कौन है उम्मीदवार?

1.    नारायण राठवा - कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री
2.    अमि याग्निक - गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता 
3.    पी.के. वलेरा - (कांग्रेस के विधायकों के समर्थन के साथ)

क्या है गुजरात राज्यसभा का गणित?

- राज्यसभा नामांकन के लिए 10 विधायकों के समर्थन की जरूरत है।
- एक उम्मीदवार के लिए जीतने के लिए, 37 first preference वोट चाहिए।
- 182 विधायकों की विधानसभा में कांग्रेस के 77 और बीजेपी के पास 99 विधायक।
- इन आंकड़ों के हिसाब से 4 राज्यसभा सीटों में से 2-2 सीटें बीजेपी और कांग्रेस के पास जाती दिखाई दे रही हैं।

नॉमिनेशन के आखिरी दिन चला हाईवोल्टेज ड्रामा : 

- नॉमिनेशन भरने के आखिरी दिन दिनभर हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। ये ड्रामा तब शुरू हुआ जब कांग्रेस को अपने मूल उम्मीदवार नारायणभाई राठवा की आशंका थी कि उनके सारे कागज़ात क्रम में नहीं हो सकते।
- दरअसल, समझा जा रहा था कि नारायण राठवा के पास "नो-ड्यूज" सर्टिफिकेट नहीं था, जिस वजह से कांग्रेस को चिंता थी कि यदि अपूर्ण दस्तावेजों के कारण उनके नामांकित व्यक्ति को खारिज कर दिया गया, तो बीजेपी लाभ उठा सकती है।
- सोमवार दोपहर के आसपास, कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला को अपना नॉमिनेशन भरने के लिए गुजरात जाने के लिए कहा गया क्योंकि नारायण राठवा के कुछ दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे।
- हालांकि राजीव शुक्ला भी अपना नॉमिनेशन भरने से चूक गए, क्योंकि एयरपोर्ट बंद होने के कारण समय बीत गया और उनकी अहमदाबाद की फ्लाइट छूट गई।
- इसी बीच, राठवा ने दावा किया कि उन्होंने सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं और निर्धारित समय से पहले 3 बजे की समय सीमा तय करने के लिए अपना नामांकन दर्ज कराएगा।
- इसके बाद दोपहर के करीब 2:45 बजे तक बीजेपी और कांग्रेस की तरफ से 2-2 उम्मीदवारों ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नॉमिनेशन दाखिल कर दिया था। हालांकि अगले ही कुछ मिनटों में बीजेपी ने तीसरे उम्मीदवार के तौर पर किरीट सिंह राणा को उतारा। 
- बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने भी नई चाल चली और पीके वलेरा को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर दिया।

15 मार्च तक वापस ले सकते हैं नॉमिनेशन

राज्यसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन वापस लेने की आखिरी तारीख 15 मार्च तय की गई है। इसके बाद मंगलवार को उम्मीदवारों के एफिडेविट की छानबीन की प्रक्रिया रिटर्निंग ऑफिसर करेंगे। अभी तक बीजेपी और कांग्रेस दोनों गुजरात से अपने 2-2 उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा भेज सकते हैं। हालांकि दोनों पार्टियों की तरफ से तीसरे उम्मीदवार के उतरने से चुनाव ने एक दिलचस्प मोड़ लिया है। ये ठीक वैसा ही है, जैसा अगस्त में हुआ था। अगस्त में हुए राज्यसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने एक अतिरिक्त उम्मीदवार खड़ा कर दिया था, जिससे हाईवोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया था।

16 राज्यों में होंगे राज्यसभा चुनाव

16 राज्यों की 58 राज्यसभा सीटों के लिए 23 मार्च को वोटिंग होनी हैं। इसमें से ज्यादातर राज्यों में बीजेपी की सरकार है। जिन राज्यों में राज्यसभा चुनाव होने हैं, उनमें उत्तरप्रदेश (10 सीट), मध्यप्रदेश (5 सीट), हरियाणा (1 सीट), आंध्रप्रदेश (5 सीट), महाराष्ट्र (6 सीट), कर्नाटक (4 सीट), वेस्ट बंगाल (5 सीट), गुजरात (4 सीट) और छत्तीसगढ़ (1 सीट) शामिल है। इसके साथ ही बिहार (6 सीट), उत्तराखंड (1 सीट), हिमाचल प्रदेश (1 सीट), तेलंगाना (2 सीट), राजस्थान (3 सीट), ओड़िशा (3 सीट) में भी चुनाव होने हैं।
 

Similar News