पश्चिम बंगाल में फिर भड़की हिंसा, 2 की मौत, इलाके में धारा 144 लागू
पश्चिम बंगाल में फिर भड़की हिंसा, 2 की मौत, इलाके में धारा 144 लागू
- दो अज्ञात गुटों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई
- पश्चिम बंगाल में गुरुवार को एक बार हिंसा भड़क गई
- बीजेपी और टीएमसी इस हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में गुरुवार को एक बार हिंसा भड़क गई। नॉर्थ 24 परगना जिले के भाटापारा में दो अज्ञात गुटों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। घायलों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। मरने वालों में एक नाबालिग भी है जिसकी मौत गोली लगने से हुई है। इस हिंसा के बाद इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि पुलिस की गोलीबारी में लोगों की मौत हुई है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने भगवा पार्टी के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए केवल आंसू गैस के गोले दागे। उधर, भाजपा पर इलाके में हिंसा पैदा करने का आरोप लगाते हुए, स्थानीय टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा, "हिंसा अर्जुन सिंह और उनके लोगों ने शुरू की थी और हमें स्थिति से निपटने के लिए गंभीर कार्रवाई करनी पड़ी।"
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने कहा भाटापारा क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, पश्चिम बंगाल सरकार ने जगदल और भाटापारा को अलग करके एक नया पुलिस स्टेशन बनाया है, जिसका उद्घाटन सुबह डीजीपी वीरेंद्र कुमार द्वारा किया जाना था। इस नवगठित पुलिस स्टेशन के उद्घाटन से कुछ घंटे पहले इलाके में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क गई।
गृह सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने कहा, "राज्य प्रशासन भाटापारा हिंसा को बहुत गंभीरता से देख रहा है। कुछ असामाजिक तत्व और बाहरी लोग इसके पीछे हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है। एक नया पुलिस स्टेशन बनाया गया है और यह आज से कार्यात्मक है। आरएएफ और पुलिस बल को घटनास्थल पर तैनात किया गया है। क्षेत्र में रूट मार्च किया जा रहा है। भाटापारा, जगदल और आस-पास के इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। दक्षिण बंगाल के एडीजी संजय सिंह ने तत्काल प्रभाव से बैरकपुर पुलिस आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला है।"
भाटापारा में उपचुनाव होने के बाद 19 मई से झड़पों की स्थिति देखी जा रही है। भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच कथित तौर पर झड़पें हुईं और बम फेंके गए। इस सिलसिले में कुल मिलाकर 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के साथ पुलिस अधिकारियों की एक टीम तैनात की गई है।