अमित शाह ने पूर्वोत्तर के पहले राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की नींव रखी

त्रिपुरा अमित शाह ने पूर्वोत्तर के पहले राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की नींव रखी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-08 15:00 GMT
अमित शाह ने पूर्वोत्तर के पहले राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की नींव रखी
हाईलाइट
  • विश्वविद्यालय के दो अन्य कैंपस नई दिल्ली और गोवा में कार्यरत हैं

डिजिटल डेस्क, अगरतला। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को गुजरात स्थित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के त्रिपुरा परिसर की आधारशिला रखी, जो पूर्वोत्तर में इस तरह का पहला संस्थान होगा।

पश्चिमी त्रिपुरा के आनंदनगर जिले के श्रीनगर में 50 एकड़ भूमि पर स्थायी परिसर की आधारशिला रखते हुए शाह ने कहा कि विभिन्न अपराधों से निपटने के लिए संस्थान पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए बहुत लाभकारी होगा।

एनएफएसयू का मुख्यालय गुजरात के गांधीनगर में है। इसका ट्रांजिट परिसर त्रिपुरा में पिछले साल नवंबर में यहां के बी.एड कॉलेज परिसर में स्थापित किया गया था।

इस विश्वविद्यालय के दो अन्य कैंपस नई दिल्ली और गोवा में कार्यरत हैं।

विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय के तहत एनएफएसयू फोरेंसिक विज्ञान और इससे जुड़े विषयों के लिए दुनिया का पहला समर्पित विश्वविद्यालय है।

त्रिपुरा कैंपस चार पाठ्यक्रम शुरू करेगा - बीएससी फोरेंसिक साइंस, एमएससी फोरेंसिक साइंस, एमएससी साइबर सिक्योरिटी और एमएससी डिजिटल फोरेंसिक एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी। प्रत्येक पाठ्यक्रम में 50 छात्र दाखिला ले सकते हैं।

एनएफएसयू के त्रिपुरा कैंपस में ड्रोन फोरेंसिक, डीएनए फिंगरप्रिंटिंग, वन्यजीव फोरेंसिक, धोखाधड़ी जांच, साइबर अपराध और डिजिटल फोरेंसिक, नारकोटिक्स विश्लेषण, अपराध विज्ञान, फोरेंसिक खाद्य जांच और मातृभूमि सुरक्षा से संबंधित स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम जैसे अद्वितीय कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे।

अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय पहले चरण में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रहा है, जिसमें अगले पांच वर्षो में कुल 250 करोड़ रुपये से 300 करोड़ रुपये का निवेश होगा।

विश्वविद्यालय स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा, जिसमें 300 से 500 लोगों को प्रत्यक्ष और 1,500 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

अगले 4 से 5 वर्षो में पीएचडी पाठ्यक्रम सहित फोरेंसिक विज्ञान और संबद्ध शाखाओं से संबंधित 30 से 40 से अधिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम यहां आयोजित किए जाएंगे।

एनएफएसयू के त्रिपुरा परिसर में, कुल 3,000 से 4,000 छात्र 4-5 वर्षो के बाद अध्ययन करने में सक्षम होंगे और 60 प्रतिशत लड़कियों के होने की उम्मीद है और 200-300 विदेशी छात्रों के भी हर साल होने की उम्मीद है।

अधिकारी ने कहा कि एनएफएसयू पुलिस अधिकारियों, न्यायाधीशों, सुरक्षा अधिकारियों, बैंकरों और अन्य सरकारी अधिकारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

(आईएएनएस)

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